अजीब दुर्घटना में 3 कार सवार मामूली घायल

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    • 40 दिनों में चौथी बार डिवाइडर लांघने से हुई दुर्घटना

    वरोरा. चंद्रपुर नागपुर महामार्ग पर एक कार डिवाइडर लांघकर दूसरी दिशा में आ गई. इसकी वजह से नागपुर की ओर से आ रहे ट्रक और निजी बस चालक ने जोर का ब्रेक मारा इसकी वजह से तीनों वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए. जिसमें कार सवार 3 लोग मामूली रुप से घायल हो गए. घायलों को वरोरा के उपजिला अस्पताल ले जाया गया. यह घटना आज बुधवार की सुबह 11 बजे पिपलगांव मोड के समीप हुई है.

    कार क्रं. एमएएच 40 एआर 8505 वरोरा से नागपुर की ओर जा रहा थी. वरोरा तहसील मुख्यालय से लगभग 20 किमी दूर पिंपलगांव मोड के पास समीप अचानक एक मोटर साइकिल कार के सामने आ गई. उसे बचाने के प्रयास में कार चालक ने कार को दाहिनी ओर मोड दिया. नतीजा कार डिवाइडर लांघकर दूसरी दिशा में पहुंच गई.

    अचानक कार के सामने आने की वजह से नागपुर से चंद्रपुर की ओर आ रहे ट्रक कंटेनर क्रं. एमएच 31 सीक्यू 1961 के चालक ने जोर का ब्रेक मारा, उसके पीछे आ रही डीएनआर ट्रैवल्स की बस क्रं. एमएच 34 बीएच 7877 ट्रक चालक ने भी ब्रेक मारा किंतु महामार्ग पर गति अधिक होने से बस ट्रक से जा भिडी और ट्रक की कार को टक्कर लगी.  इस घटना में कार में सवार मालेगांव निवासी निशा कोरडे, सुनिल गोवरदीपे, प्रियंका तोडासे चोटिल हो गए. सभी घायलों को वरोरा उपजिला अस्पताल ले जाया गया. जहां उनका उपचार शुरु है.

    वरोरा में डिवाइडर लांघने की 40 दिनों चौथी घटना

     चंद्रपुर नागपुर महामार्ग पर वरोरा के पास 40 दिनों के अंतराल में चार बार वाहनों के डिवाडर लांघकर हुई दुर्घटना में 3 लोगों की मौत और 21 लोग लोग घायल हो चुके है. इसका मुख्य कारण डिवाइडर की ऊंचाई कम होना एक कारण हो सकता है. जनवरी महीने में वाहनों के तीन बार डिवाइडर लांघने की घटना में 3 लोगों की मौत हो गई थी और 18 लोग घायल हो चुके है. फरवरी महीने में आज हुई इस घटना में 3 लोग मामूली रुप से घायल हो गए है. किंतु इस प्रकार की घटनाएं चंद्रपुर नागपुर महामार्ग के वरोरा तहसील अंतर्गत बार बार हो रही है. 

    महामार्ग पर डिवाइडर की ऊंचाई 1 फुट का नियम

    इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के सूत्रों ने कहा कि आत तौर पर राष्ट्रीय महामार्ग, शहर के भीतर और महामार्ग के डिवाइडर की ऊंचाई का नियम है. जैसा ही चंद्रपुर नागपुर राष्ट्रीय महमार्ग के डिवाडर की ऊंचाई कम से कम 1 फुट होनी ही चाहिए. किंतु बार बार सडकों की मरम्मत किए जाने से वहां पर ऊंचाई कम हो गई. बार बार दुर्घटनाएं होती है नागरिकों की मांग पर नेशनल हायवे अथारटी आफ इंडिया इस ओर ध्यान देकर इसके ऊंचाई के बारे में विचार कर सकती है. क्योंकि इस प्रकार दुर्घटनाएं होना ठीक नहीं है.