- अनशन को शिवसेना का समर्थन
- शिवसेना नेता निलम गोर्हे व अंबादास दानवे को भेजा ज्ञापन
चिमूर. चिमूर की राष्ट्रसंत तुकडोजी नागरी सहकारी सोसायटी में एक वर्ष पहले 7 करोड 66 लाख 90 हजार 510 रुपए के गबन का मामला प्रकाश में आया था. उसके बाद छह महीने पहले चिमूर थाने में अपराध दर्ज किया गया था और मामला आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया था.
इस मामले के आरोपियों के खिलाफ आठ दिनों में कार्रवाई की मांग को लेकर खाताधारक व कर्मचारियों ने चिमूर तहसील कार्यालय के सामने श्रृंखला अनशन शुरू किया है. चिमूर तहसील शिवसेना ने इस अनशन हड़ताल को समर्थन दिया व उपविभागीय अधिकारी के माध्यम से विधान परिषद विपक्ष नेता अंबादास दानवे व विधान परिषद उपसभापति निलम गोर्हे को ज्ञापन भेजा है.
चिमूर के राष्ट्रसंत तुकडोजी नागरी सहकारी सोसायटी में भ्रष्टाचार होने की शिकायत चिमूर पुलिस स्टेशन में 18 फरवरी 2021 को संचालकों ने दर्ज की थी. उसके पश्चात जांच रिपोर्ट मिलने के बाद 30 सितम्बर 2022 को संबंधितों पर अपराध दर्ज किए गए. तत्पश्चात मामला जिला आर्थिक अपराध शाखा को सौपा गया. सभी जमाकर्ताओं की जमा राशी को मिलने में दिक्कत हो रही है. इस मामले में तत्काल जांच कर संबंधित आरोपी पर कार्रवाई कर जमा राशी वापस मिलने की उम्मीद पर निवेशक व खाताधारक है. जमाकर्ताओं द्वारा संस्था संचालक व कर्मचारीयों को जमा राशि के लिए हर बार पुछा जा रहा है.
इस संदर्भ में कर्मचारी व जमाकर्ता ने श्रृंखला अनशन शुरू किया है. अनशन को शिवसेना तहसील प्रमुख श्रीहरी सातपुते के नेतृत्व में समर्थन घोषित किया है. इस समय उपविभागीय अधिकारी के माध्यम से विधान परिषद विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे व विधानपरिषद उपसभापति निलम गोर्हे को ज्ञापन भेजा गया.
इस समय शिवसेना तहसील प्रमुख श्रीहरी सातपुते, तानाजी सहारे, निवासी उपतहसील प्रमुख सुधाकर निवटे, केवलसिंह जुनी, नितीन लोनारे, संजय वाकडे, समीर बल्की, सुनिल हिंगनकर, रोहन नन्नावरे, कृष्णकुमार टोंगे उपस्थित थे.