दुर्घटना ग्रस्त समिर को उपचार हेतु आर्थिक सहायता

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    • नाते आपुलकीचे बहु. संस्‍था की पहल 

    चंद्रपूर. मोरवा के रहने वाले समिर बेहद गरिब परिस्थिति में शिक्षा लेकर एनसीसी के जरिए सेना में भर्ती होने का सपना देख रहा है. ऐसे में घर लौटते समय समय समिर का एक्सीडेंट हो गया. उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि इलाज का खर्च ज्यादा होने के कारण उसे नाते आपुलकीचे बहु. संस्था ने पहल कर समिर का आर्थिक सहायता प्रदान की. 

    मोरवा के समीर जगदीश सिडाम क्रिकेट खेलकर घर लौटते समय एक्सीडेंट हो गया था. हादसे में उनके पैर और कमर में गंभीर चोटें आई हैं. उनका इलाज कर रहे डा. टोंगे ने पैर की सर्जर की. इसके लिए लगनेवाला इलाज का खर्च अधिक था. परिजनों द्वारा दिए गए पैसे खत्म हो गए. समीर के दोस्त ने सोशल मीडिया पर मदद की अपील की थी. जैसे ही इसकी सूचना संस्था के सदस्यों तक पहुचने पर सदस्यों ने समीर की मदद करने का फैसला लिया. समिर के घर की स्थिति खराब होने से सोमवार को डा. टोंगे के अस्पताल जाकर उसकी मां को 21 हजार 500 रुपये की आर्थिक सहायता दी. साथ ही संस्था की ओर से मेडिकल बिल में राहत दिलाने का आश्वासन दिया.

    इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष संतोष ताजने, उपाध्यक्ष किशन नागरकर, हितेश गोहोकर, महेंद्र बांदुरकर, ईश्वर घिवे, बंटी तीतरे, दिनेश दिवासे आदि उपस्थित थे. 

    कईयों का दिया सहायता का हाथ 

    नाते आपुलकीचे बहु. संस्था चंद्रपुर यह संस्था शिक्षण व स्वास्थ विषय पर कार्य कर रही है. आज तक, शिक्षा और स्वास्थ्य पर कई ज़रूरतमंदों की सहायता की है. इस संस्था में 300 से अधिक सदस्य हैं. प्रत्येक सदस्य प्रति माह 100 रुपये का योगदान देता है. इस संचित राशि से जरूरतमंदों की मदद के लिए संस्था अथक प्रयास कर रही है.