मालगाड़ी के इंजन में आई खराबी, बीजापुर में डेढ़ घंटे रुकी ट्रेन

    Loading

    • चेन्नई-नई दिल्ली अपलाईन रेल मार्ग की सेवा प्रभावित
    • दूसरे 2 इंजन लगाकर मालगाडी रवाना

    चंद्रपुर. चंद्रपुर जिले के अंबुजा सीमेंट कंपनी उपरवाही (गडचांदूर) से मालगाडी मध्यप्रदेश के बैतूल के लिए रवाना हुई थी. मालगाडी बल्लारशाह रेलवे स्टेशन से विसापुर पहुंचते ही दोपहर 12.20 बजे इंजन क्रं. 41342 में अचानक खराबी आने से चेन्नई नई दिल्ली अपलाईन का रेल परिवहन लगभग डेढ घंटे तक प्रभावित हुआ है. सवारी ट्रेनों को बल्लारशाह रेलवे स्टेशन पर रोका गया. लगभग डेढ घंटे बाद 2 इंजन लगाकर मालगाडी को बैतूल के लिए रवाना किया गया. यह घटना आज बुधवार की दोपहर 12.20 बजे घटी है.

    जिले के गडचांदूर समीप उपरवाही अंबुजा सीमेंट कंपनी से सीमेंट भरकर मालगाडी बल्लारशाह होकर बैतूल के लिए रवाना हुई. यह मालगाडी बल्लारपुर तहसील के विसापुर (गोंडवाना) रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही इंजन क्रं. 41342 में अचानक खराबी आ गई. मालगाडी के दोनों लोको पायलट ने प्रयास किया किंतु मालगाडी आगे नहीं बढ सकी.दोपहर12.20 से 1.45 बजे तक मालगाडी विसापुर रेलवे स्टेशन पर रुकी रही. इसकी सूचना रेलवे के अधिकारियों को दी. अचानक इंजन में आई खराबी की वजह से चेन्नई से नई दिल्ली की ओर जाने वाले ट्रेनों का परिचालन डेढ घंटे तक प्रभावित हुआ. अनेक ट्रेनों को बल्लारशाह स्टेशन पर रोके रखा गया.

    रेलवे के अधिकारियों से संपर्क कर दूसरा रेलवे इंजन बुलाया गया. दोपहर 1.45 बजे इंजन क्रं. 28472 और 28241 दो इंजन बल्लारशाह से आकर मालगाडी को लगाए. जिसके बाद विसापुर (गोंडवाना ) से मालगाडी मध्यप्रदेश के बैतूल के लिए रवाना हुई. इंजन में आई खराबी की वजह से लंबी दूरी के ट्रेनें प्रभावित हुई है.

    दिसंबर 2021 में रेलवे शामिल हुआ मालगाडी का इंजन

    अंबुजा सीमेंट कपंनी से बैतूल सीमेंट लेकर जा रही मालगाडी में लगा इंजन क्रं. 41342 भारतीय रेलवे विभाग ने उत्तर प्रदेश के बनारस रेलवे इंजन कारखाना में तैयार किया है. यह रेल इंजन दिसंबर 2021 में रेलवे की सेवा में शामिल हुआ है. किंतु मालगाडी को लेकर जा रहा इंजन में महज एक महीने में खराबी आने से आज डेढ घंटे तक रेल परिचालन प्रभावित हुआ है. इससे नवनिर्मित इंजन की कार्यक्षमता पर सवाल उठाये जा रहे है. नये रेलवे इंजन में खराबी आने से रेलवे अधिकारियोंको दौडधूप करनी पडी है. अंत में दो इंजन की सहायता से मालगाडी को अपने गंतव्य की ओर रवाना किया गया. जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है.