इंजीनियर डे पर बेरोजगार ने किया प्रशासन का ध्यानाकर्षण, पकोडे और चाय बेचकर इंजीनियर ने किया आनोखा आंदोलन

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    चंद्रपुर. चंद्रपुर एक औद्योगिक जिले के रुप में पहचाना जाता है. सरकारी उद्योगों के साथ ही जिले में बडी संख्या में निजी उद्योग है. यहां पर दूसरे राज्यों के इंजीनियरों की भरमार है. इसलिए आज इंजीनियर डे के अवसर पर स्थानीय उद्योग में रोजगार की मांग के लिए बेरोजगार इंजीनियरों ने समाजसेवी भूषण फुले के नेतृत्व में पकोडा, चाय बेचकर आनोखा आंदोलन किया.

    जिले में उद्योगों की भरमार है किंतु यहां पर दूसरे राज्यों के लोगों की संख्या अधिक होने से स्थानीयों पर अन्याय हो रहा और यहां के इंजीनियर बेरोजगार घुम रहे है. अनेक उद्योगों में पर्यावरण सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है. इसकी वजह से जिले को बडे पैमाने पर प्रदूषण झेलना पडता है.

    इसकी वजह से जिले में त्वचारोगी, दमा, सांस की बीमारी के रोगी बडे पैमाने पर है. यहां के उद्योगों का प्रदूषण स्थानीय झेल रहे है किंतु स्थानीयों को रोजगार नहीं मिल रहा है. इसलिए आज इंजीनियर डे पर बेरोजगार इंजीनियरों ने समाजसेवी भूषण फुसे के नेतृत्व मेंयह अनूठा आंदोलन किया. आंदोलन में बेरोजगार इंजीनियर करिश्मा फोपारे, स्नेहा रत्नपारखी, धम्मदीप भरणे, मोहीत रामटेके, राहुल घडसे, राजकुमार निर्वटला, विमित कोसे आदि का समावेश है.