‘उनके’ परिवारों को केवल मिली हड्डियाँ, टैंकर-ट्रक की टक्कर में 9 की मौत

    Loading

    चंद्रपुर. चंद्रपुर-मूल मार्ग पर चिचपल्ली(अजयपुर) गांव से कुछ दूरी पर अंधारी नदी पुल के पास एक डीजल-पेट्रोल टैंकर और लकड़ी से लदा ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया. घटना के बाद, एक डीजल-पेट्रोल टैंकर में आग लग गई. देखते ही देखते दोनों वाहनों में आग लग गई. आग में टैंकर में मौजूद दो और ट्रक में सवार सात लोगों की आग में दर्दनाक मौत हो गई. आग की भीषणता के कारण किसी को बचाय नही जा सका. इस दु:खद घटना से संपूर्ण जिला दहल गया. सभी आग के आघोश में आने से मृतकों के  परिवार के हाथ में सिर्फ अपनों की केवल अस्थियां मिली. 

    गुरुवार(19 मई) की रात करीब 10.30 बजे वडसा से चंद्रपुर की ओर लकडीया लेकर आ रहे ट्रक क्रमाक एमएच 31 सीक्यू 2770 व पुलगांव से गडचिरोली की ओर जानेवाले डीजल व पेट्रोल टैंकर क्रमांक एमएच 40 बीजी 4060 इन दोनो वाहनों की आमनेसामने भीडंत हो गई. 

    लकडे से भरे ट्रक में बल्लारपुर के वाहनचालक अजय सुधाकर डोंगरे समेत कोठारा लहोरी के प्रशांत मनोहर नागराले, मंगेश प्रल्हाद टीपले, महिपाल परचाके, बालकृष्ण तुकाराम तेलंग, साईनाथ बापूजी कोडापे और संदीप रवींद्र आत्राम यह 6 मजदूर लकडीया उतारने हेतु चंद्रपुर आ रहे थे. तो अमरावती का डिजल टैंकर वाहन चालक 

    हनीफ खान और वर्धा के कंडक्टर सुखदेव कैकाड़ी डीजल व पेट्रोल लेकर पुलगांव डिपो से टैंकर लेकर गडचिरौली की ओर ले जा रहे थे. इस दौरान यह भीषण हादसा हो गया व इसमें सभी की जलकर मृत्यु हो गई. 7 दमकल वाहन से शुक्रवार की दोपहर 1.30 बजे तक आग पर काबू पाया गया व मार्ग यातायात के लिए सुचारू किया गया. 

    जांच एसपी अरविंद सालवे की मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी, एसडीपीओ सुधीर नंदनवार, पुलिस निरीक्षक राजेश मूले और सहायक पुलिस अधीक्षक रोशन इरपाते कर रहे है. 

    सिंगल रोड व शराब के चलते बढ़े हादसे

    पिछले कुछ महीनों में मार्ग पर दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है. 18 मई को एक स्कॉर्पियो और एक ऑटो की टक्कर हुई. टक्कर में इसमें एक महीला गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. तो 19 मई को घंटा चौकी में हुए 2 कार की टक्कर में तीन लोग जखमी हो गए थे. 19 मई की रात खडे ट्रक को कार ने टक्कर मारने से वाहन चालक जखमी हो गया था. ड्रायव्हर को केबिन तोड़कर बाहर निकलना पड़ा. 8 दिन पहले पैदल चल रहे यात्री को टक्कर मार दी थी. तो 19 मई की रात टैंकर और ट्रक की टक्कर में 9 जन की जलकर मौत हो गई. तो 20 मई को दोपहर के समय एक दुपहीया को कार ने टक्कर मारने से दुपहीया चालक जखमी हो गया. चंद्रपुर_मूल मार्ग सिंगल रोड होने के कारण दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है.

    अंधारी नदी का पुल मुल कारण 

    यह सड़क संकरी है. इसके अलावा, अंधारी नदी पर पुल भी छोटा है. पिछले कुछ वर्षों में इस सड़क पर यातायात बढ़ा है. इसका उपयोग रायपुर रोड के रूप में भी किया जाता है. पुल से कई वाहन आगे ले जाने के चक्कर में यह हादसे हो रहे है. पिछले 3 वर्ष में कई वाहन नदी में गिरे. इस घटना के पहले 10 से 12 लोगों ने जान गवायी है. रास्त का चौडाईकरण कर पुल को चौड़ा करने की आवश्यकता है. 

    गौतम निमगड़े, पूर्व जिला परिषद सदस्य,जूनोना-बोर्डा

    पुल को बड़ा करने के लिए 13 पत्र

    चंद्रपुर-मूल को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 930 घोषित किया गया है. उसी मार्ग पर चिचपल्ली में अंधारी नदी पर एक छोटा पुल है. हादसे के लिए प्रमुख वजह बन रहे इस पुल के चोडाईकरण के लिए पुर्व वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने राष्ट्रीय महामार्ग मंडल व तकनिकी सलाहगार को अक्टुबर 21 से मई 22 तक कुल 13 स्मरण पत्र भेजे. परंतु शासन गहरी नींद में है. ओर कितने लोगों की जान जाने की राह सरकार देख रही है ऐसा सवाल किया जा रहा है. 

    14 पेड़ों में लगी आग

    टैंकर और ट्रक की टक्कर में लकड़ी सहित कम से कम 5,000 लीटर पेट्रोल और 5,000 लीटर डीजल में आग लग गई. नतीजा यह हुआ कि एक ट्रक टैंकर समेत क्षेत्र के 14 पेड़ बड़े-बड़े पेड़ जलाने लगे. जब तक दमकल पहुंची, तब तक दो बड़े पेड़ जलकर राख हो चुके थे. शेष पेड़ों को लगी आग बुझाई गई, जिससे जंगल को बड़ा नुकसान होने से बचा गया. अगर आग फैलती तो वन्यजीव भी खतरे में पड़ जाते.