Tobacco smuggling under the guise of transport

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    • अन्न सुरक्षा अधिकारी की भूमिका पर कांग्रेस ने उठाये सवाल

    चंद्रपुर: चंद्रपुर जिले में गुटखा, तमाकू, माजा अवैध रूप से बेचनेवालों का रैकेट सक्रिय है, करोड़ों रुपयों का कारोबार हो रहा है. ऐसा होते हुए भी अन्न सुरक्षा अधिकारी, अन्न औषध प्रशासन अनभिज्ञ क्यो है. ऐसा सवाल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रकाश देवतले ने उठाया है.

    मध्यप्रदेश के राजनांदगांव, गोंदिया, चंद्रपुर, बल्लारपुर, गडचांदूर, कोरपना, वणी, तेलंगाना राज्य की सीमा तक इस रैकेट का जाल सक्रिय है. सभी स्थानों पर इनके केन्द्र कार्यरत है. मुख्य स्थानों पर गोदामों में अवैध रूप से माल संग्रहित कर रखा जाता है. जिले के अन्न सुरक्षा अधिकारियों की इन बड़े व्यापारियों के साथ साठगांठ है जिन्हें हर महीने चढावा दिया जा रहा है ऐसा आरोप भी प्रकाश देवतले ने लगाया है. जो छोटे वितरक बड़े रैकेट से माल नहीं लेते है उनपर छापे की कार्रवाई कर लीपापोती की जा रही है. 

    देवतले के अनुसार इससे पूव भी एक राजनीतिक पदाधिकारी ने एक बड़े गोदाम पर छापे की कार्रवाई कराकर अधिकारियों का ध्यानाकर्षित किया था. छोटे व्यापारियों पर आयेदिन कार्रवाई करनेवाले इन अधिकारियों की बड़े व्यवसायियों पर इतनी मेहरबानी क्यो है. इसके चलते अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे है.

    देवतले के अनुसार इस व्यवसाय से अधिकारियों ने करोड़ों की आय प्राप्त की है. इन अधिकारियों की अवैध संपत्ति की एन्टी करप्शन विभाग द्वारा जांच कर कार्रवाई की जानी आवश्यक है. साथ ही इस व्यवसाय से स्वास्थ्य को बड़ा खतरा होने के बावजूद तमाकू तस्कारों को संरक्षण देकर मीठी सुपारी बेचनेवालों पर गंभीर मामले दर्ज कर आय जमा करने का काम शुरू है. अवैध बड़े तस्करों का पर्दाफाश कर उन पर कार्रवाई क्यो नहीं की जाती है.

    लाखों का व्यवसाय करनेवाले सुगंधित तमाकू तस्करों को खुला क्यो छोड़ दिया गया है. बड़े व्यवसायियों को छोड़कर छोटे व्यवसायियों पर कार्रवाई का कांग्रेस निषेध करती है. वर्ष भर में इन अधिकारियों ने कितने दौरे किए और कितनी कार्रवाई की इसकी भी जांच होनी चाहिए. 

    इस संदर्भ में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रकाश देवतले ने राज्य के अन्न और औषधि मंत्री राजेंद्र शिंगणे, अन्न और औषधि आयुक्त मुंबई को पत्र प्रेषित कर जांच की मांग की है और आंदोलन की चेतावनी दी है.