राजुरा (सं). एक किसान के खाते से अचानक दो लाख रूपये अन्यत्र ट्रान्सफर कर दिए गए थे. जब किसान ने पुलिस में जाने और मामले की गहन जांच कराने की चेतावनी दी तो बैंक ने तुरंत ही उसके ट्रान्सफर किए गए पैसे उसके खाते में दोबारा जमा कर दिए. यह मामला विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक में सामने आया है. देवाड़ा के किसान पांडुरंग चंदू गुरनुले का विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक राजुरा में बचत खाता है. जिसमें उसने अपनी मेहनत पसीने की कमाई दो लाख जमा किए थे. उसके बैंक खाते से अचानक उसकी अनुमति के बगैर ही दो लाख रुपये अन्यत्र ट्रान्सफर कर दिए गए थे.
पहले तो बैंक अधिकारी उसे इस मामले सहयोग नहीं कर रहे थे, जबकि किसान ने पुलिस में जाकर इसकी रपट करने और जांच कराने की चेतावनी दी तो अधिकारियों ने दो दिन के भीतर ही उसके ट्रान्सफर किए गए पैसे उसके बैंक खाते में जमा कर दिए. इस संदर्भ में किसान पांडुंरग गुरनुले ने बताया कि उसने खेत में इस साल कपास की फसल ली थी. वर्ष भर कड़ी मेहनत करने के बाद कपास की फसल अच्छी हुई. उसने कपास को सीसीआई को बेच दिया. सीसीआई ने उनके कपास की राशि उसके बचत खाते विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक राजुरा में 2 मार्च को जमा कर दी. इसके बाद किसान 7 मार्च को अपने दैनिक व्यवहार के लिए जब बैंक गया तो उसके खाते से 4 मार्च को दो लाख रुपये निकाले जाने का उसे पता चला. उसने बैंक अधिकारियों से इस बारे में पूछताछ की तो बैंक अधिकारियों ने उसे एक रसीद दिखाई और कहा कि इस पर उसके हस्ताक्षर हैं.
मैंने कोई हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इस मामले को पुलिस में ले जाने की बात कही तो दूसरे दिन ही उसके पैसे उसके खाते में जमा कर दिए गए. अनुमति के बिना ही खाते से पैसे निकाले क्यों गए और दोबारा खाते में जमा किए गए हैं. इस मामले की पुलिस जांच करें और सच्चाई सामने लाये. पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट की है.
-पांडुरंग चंदू गुरनुले, खाताधारक किसान
किसान पांडुरंग गुरनुले का बचत गट का कर्ज है. वे जमा कराना है. इसलिए इस किसान के नाम की विड्राल रसीद और जमा रसीद भरकर हमारे बैंक की बिजनेस प्रतिनिधि मंजूषा अनमुलवार ने लाया था. बैंक में हमेशा आने वाली और काम करने वाली महिला होने से उन पर विश्वास रखकर राशि बचत गट के नाम पर ट्रान्सफर की गई. परंतु यह काम गलत किए जाने से ध्यान में आते ही फिर से राशि गुरनुले के खाते में जमा कर दी गई है.
-किशोर बच्चुवार, बैक प्रबंधक