युवती की मौत के पीछे सामूहिक दुष्कर्म का संदेह, परिजनों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

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    चंद्रपुर. महानगर से बाहरी क्षेत्र ग्राम चौराला के पास एक निर्जन स्थल पर हुई एक युवती की संदिग्ध मौत के पीछे सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का कारण छिपा होने का आरोप युवती के परिजनों ने किया है. 

    इस मामले से कुछ पुलिस अधिकारियों के रिश्तेदार जुड़े होने पुलिस इस मामले को मोड़ देकर महज इसे एक दुर्घटना का नाम देकर मामला रफा दफा करने की कोशिश में लगी होने का आरोप भी उन्होंने किया है. इस मामले की जांच पडोली पुलिस से निकलकर मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग भी परिजनों ने की है.

    यहां एक पत्रपरिषद में युवा स्वाभिमान पार्टी के जिलाध्यक्ष सूरज ठाकरे के नेतृत्व में आयोजित पत्रपरिषद में आरोप लगाते हुए युवती के भाई तथा अन्य परिजनों ने कहा कि, मृतक शीतल की मौत पूर्णतः संदिग्ध है, पुलिस इस मौत को एक दुर्घटना का नाम दे रही है, किंतु घटनास्थल पर पाए गए तथ्यों से हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.

    उन्होंने बताया कि, युवती का पठानपुरा निवासी अभिषेक देशभ्रतार से प्रेमसंबंध चल रहे थे, घरवालों को इसकी भनक लग गयी थी, यह लड़का युवती के चरित्र पर हमेशा से संदेह व्यक्त करता था, इस बात को लेकर दोनों में कई बार मनमुटाव होते थे. वह लड़का युवती को हमेशा प्रताड़ित करता था.

    उन्होंने आगे बताया कि, इसी बात से दोनों के बीच ब्रेक अप हो गया था. इस बीच अभिषेक ने युवती से आखरी बार मिलने का आग्रह करते हुए उसे बाहर निकलने को कहा था.

    परिजनों ने बताया कि, शीतल तुकुम में रहती थी जबकि वह युवक पठानपुरा में रहता था, शीतल अपनी दुपहिया लेकर घर से निकली थी, और अभिषेक अपनी बुलेट से बाहर निकल था,  किंतु चंद घंटो बाद ही परिजनों को उसके साथ दुर्घटना होने की सूचना मिली, परिजन जब हॉस्पिटल पहुंचे तब तक युवती की मौत हो चुकी थी. मृतक के शरीर पर अन्य कहीं चोट के निशान नहीं थे, सिर्फ उसके गुप्तांग पर चोट थी, जिससे बड़ी मात्रा में खून बह रहा था.

    उन्होंने बताया कि, शीतल को एक ब्लैक कार से अस्पताल ले जाया गया था, उस वक्त अक्षय नामक एक युवक था, यह युवक एक पुलिस अफसर का बेटा है, उसकी सोनाली नामक बहन शीतल की बेस्ट फ्रेंड थी, वह दोनों के प्रेम संबंधों को भली भांति जानती थी. शीतल की दोपहर 2 बजे सोनाली से फोन पर आखरी बार बात हुई थी, ततपश्चात साढ़े तीन बजे उसकी मौत की घटना सामने आई. अस्पताल में दाखिल करते वक्त शीतल को एक बोलेरो गाड़ी ने टक्कर मारने से वह घायल होने की बात उसे अस्पताल पहुंचाने वालों ने कही थी.

    उन्होंने यह भी बताया कि, शीतल का प्रेमी अभिषेक के नाना भी पुलिस में है. इसी वजह से पुलिस इस मामले को दबाने का हरसंभव प्रयास कर रही है. जिले के पालकमंत्री भी इस मामले में पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने से कतरा रहे है.

    उन्होंने कहा कि, संदिग्ध आरोपियों के मोबाइल जब्त करने की बजाय पुलिस ने मृत पीड़िता का ही मोबाइल जब्त कर लिया है,घटनास्थल पर कितने लोग थे इसकी जांच पुलिस नहीं कर रही है, अभिषेक की बुलेट कहाँ है, इसकी कोई जानकारी नही है, वह ब्लैक कार किसकी थी, वह कहाँ है, किसी को कोई पता नहीं है. 

    मृतका का पोस्टमार्टम भी 24 घंटे बाद किया गया. यह पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल की उपस्थिति में करने की बात हुई थी, जबकि इसे एक ही डॉक्टर से आननफानन में निपटाया गया. मामले में सभीं संदिग्धों की गिरफ्तारी कर उच्चस्तरीय जांच करने तथा मृत पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग उन्होंने की है.