आज खुलेगा ताडोबा, परियोजना की पर्यटन सफारी शुरू

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    चंद्रपुर. कोरेाना के तीसरे लहर का संक्रमण तेजी से फैलता देख राज्यसरकार ने निर्देश जारी करते हुवे 11 जनवरी से ताडोबा में पर्यटन बंद किया था. 21 दिनों बाद 1 फरवरी 2022 को व्याघ्र प्रकल्प पर्यटन के लिए पुन: शुरू किया है. इस निर्णय से पर्यटकों में राहत मिली है. 

    राज्य में कोरेाना के ओमिक्रान व्हेरिएंट के प्रवेश से मरिजों की संख्या बढने से ताडोबा सफारी बंद करने का निर्णय लिया गया था. इस निर्णय पर राज्य सरकार ने 11  जनवरी 2022 से अंमल किया था. इसके अंतर्गत राज्य के सभी गार्डन, पार्क, पर्यटन के लिए निर्बंध लगाए गए थे. उन निर्बंधों अनुसार ताडोबा अंधारी परियोजना की सफारी पर्यटन बंद किया था. 

    ताडोबा व्याघ्र प्रकल्प पर आधारित मजदूरों पर पुन: संकट निर्माण हुवा. कोरोना महामारी में लगातार डेए दो वर्ष लाकडाऊन के चलते आर्थिक संकट में फंस गए थे. अब मार्केट शुरू होने से उन्हे रोजगार मिलने से राहत मिली थी. क्षेत्र संचालक ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प व प्रधान मुख्य वनसंरक्षक ने इस संदर्भ में अपील पत्र भेजा था. दौरान विधायक सुधिर मुनगंटीवार व सांसद बालु धानोरकर ने ताडोबा अंधारी प्रकल्प को पर्यटन सफारी के लिए शुरू करने की मांग रटकर रखी थी. 

    महाराष्ट्र शासन महसूल व वन, आपदा प्रबंधन, सहायता व पुनर्वास मंत्रालय मुंबई  देवाशिष चक्रवर्ती प्रधान सचिव व अध्यक्ष महाराष्ट्र कार्यकारी समिती राज्य आपदा प्रबंधन ने एक पत्र जारी कर पर्यटन सुरू करने के आदेश दिए है. 

    आदेश में पहले डोज के 90 चरण वैक्सिनेशन हुवे जिले व 70 प्रतिशत दोनो डोज हुवे जिले के सूचि में चंद्रपुर जिले का समावेश होने से ताडोबा प्रकल्प नियमीत समयानुसार आनलाईन बुकींग द्वारा 1 फरवरी से शुरू किया है. इसके अनुसार ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प वनसंरक्षक तथा क्षेत्रसंचालक डॉ. जितेंद्र रामगावकर ने  ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प (कोअर-बफर) क्षेत्र के उपसंचालक को निर्देश जारी किए है. कोअर क्षेत्र बुधवार तो बफर क्षेत्र बुधवार को बंद रहने से गुरूवार से पर्यटन सुरू किए जाने की जानकारी मिली है. 

    इन्हे मिलेगी राहत 

    पर्यटन पर आधारित रिसोर्ट, होटल में काम करनेवाले कामगार, जिप्सी चालक, मालक, गाईड, सर्वसाधारण कामगार, मजदूर आदि के परिवार के निर्वाह का प्रश्न हल होगा.   

    पर्यटन क पहले थर्मल स्कैनर

    व्याघ्र प्रकल्प के प्रवेशद्वारा पर पर्यटक को प्रवेश देने से पहले सभी पर्यटक, जिप्सी चालक, मार्गदर्शक का तापमान थर्मल स्कैनर, ईन्फ्रारेड थर्मामिटर से जांचा जायेगा. यह सर्वसाधारण रहने पर उन्हे प्रवेश दिया जायेगा. बुखार, सर्दी, खांसी अथवा बिमार रहनेवालों को भीतर प्रवेश नही दिया जायेगा. 

    नियम व मार्गदर्शन सूचना 

    पर्यटक, गाईड,जिप्सी चालक , गेट मैनेजर व कर्मचारीयों का संपुर्ण टिकाकरण अनिवार्य है. प्रवेश व्दारपर दो वाहनों में किमान 15 फिट दूरी रखना अनिवार्य , प्रत्येक के चेहरे पर मास्क होना अनिवार्य, इस्तेमाल किया हुवा मास्क, हैंडक्लोज, फेस शिल्ड, पानी की बोतल आदि जंगल में नही फेंके जायेंगे इसकी सावधानी बरतने के निर्देश दिए है. जिप्सी में बैठनेवालों के पास सैनिटायजर होना आवश्यक है इन सभी नियमों का पालन करन पर्यटन होगा.