महाराष्ट्र : महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चल रहा सीमा विवाद (Maharashtra-Karnataka Border) दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसको लेकर चल रहे विवाद के बीच गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने कहा, ‘हम सीमावर्ती क्षेत्रों में मराठी लोगों को न्याय दिलाने का काम कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने 40 गांवों की समस्याओं को हल करने और जमीन का टुकड़ा भी ना ले जाने देने की बात कही है।
एक इंच भी जगह किसी की नहीं ले जाने देंगे
एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा, ’40 गांवों की समस्याओं को हल करना हमारी सरकार की जिम्मेदारी है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महाराष्ट्र से एक इंच भी जगह किसी को नहीं ले जाने देंगे। आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) द्वारा महाराष्ट्र के 40 गांवों पर दावा करने के बाद दशकों पुराने सीमा विवाद को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बोम्मई दोंनो के बीच जुबानी जंग भी चली है।
“Will not let even one inch land of state go away…” Eknath Shinde on Maharashtra-Karnataka border dispute
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— ANI Digital (@ani_digital) November 25, 2022
कहां से शुरू हुआ ये विवाद
आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने एक प्रस्ताव पारित किया है। जिसमें महाराष्ट्र के सांगली (Sangli) जिले के कुछ गांवों में, जो पानी के संकट से जूझ रहे हैं, कर्नाटक में विलय की मांग की है। जिसके बाद से ही दोनों राज्यों के नेताओं के बीच विवाद शुरू हो गया। हालांकि, इस मामले पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने बोम्मई के दावों का खंडन किया और कहा कि किसी गांव ने हाल ही में कर्नाटक के साथ विलय की मांग नहीं की है।
महाराष्ट्र का कोई गांव कर्नाटक नहीं जाएगा
गौरतलब है कि इसको लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने भी इससे पहले कहा था कि महाराष्ट्र का कोई गांव कर्नाटक नहीं जाएगा। बेलगाम-कारवार-निपानी सहित मराठी भाषी गांवों को पाने के लिए राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से लड़ाई लड़ेगी। जिसके बाद अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का स्टेटमेंट सामने आया है।