भगवान विट्ठल के चरणों में CM शिंदे, किसान-जनता के लिए की प्रार्थना, मंदिर विकास हेतु 73 करोड़ के फंड की घोषणा

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महाराष्ट्र: आज महाराष्ट्र की जनता के लिए बेहद पावन पर्व है, क्योंकि आज आषाढ़ी एकादशी है। इस खास अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा विट्ठल मंदिर में आधिकारिक भव्य पूजा की गई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आषाढ़ी एकादशी की आधिकारिक महापूजा के लिए सहपरिवार विट्ठल मंदिर में प्रवेश किया। इस खास मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र की जनता के लिए भगवान विट्ठल के चरणों में माथा टेका है। 

CM ने  विट्ठल से मांगी जनता की खुशियां 

इस समय किसान का दिन शुभ हो, उन पर से विपत्ति दूर हो। वर्षा हो, राज्य समृद्ध हो। किसान, मेहनतकश, मजदूर, ये सभी हर तत्व से खुश और संतुष्ट हो। अपने जीवन में अच्छे दिन आएं, इसकी कामना करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज आषाढ़ी एकादशी की मुख्य सरकारी महापूजा के दौरान विट्ठल भगवान के चरणों में माथा टेका। 

पत्नी संग विट्ठल मंदिर में CM 

आपको बता दें कि आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर, मुख्यमंत्री शिंदे ने अपनी पत्नी लता शिंदे और सम्मानित जोड़े भाऊसाहेब मोहिनीराज काले और मंगल भाऊसाहेब काले के साथ विट्ठल-रुक्मिणी की महापूजा की। महापूजा के बाद वह श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर समिति द्वारा आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में बोल रहे थे। 

 

ये अधिकारी थे उपस्थित 

दरअसल आज इस अवसर पर राजस्व, पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री तथा संरक्षक मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील, सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रो. डॉ। तानाजी सावंत, ग्रामीण विकास और चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन, बंदरगाह और खान मंत्री दादाजी भुसे, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, मंदिर समिति के सह-अध्यक्ष गहिनीनाथ महाराज औसेकर और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा… 

इस खास मौके पर बात करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, ”आषाढ़ी वारी के दौरान लाखों श्रद्धालु पांडुरंग के दर्शन करने आए हैं। पंढरपुर और पूरा क्षेत्र भगवान विट्ठल की भक्ति में भक्तिमय हो गया है। सरकार ने आषाढ़ी वारी में श्रमिकों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके लिए तीन स्थानों पर महाआरोग्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर से भक्तों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना विट्ठल पूजा के समान है।”

 

श्रद्धालुओं के लिए सुविधा 

इस वर्ष साफ-सफाई का अच्छा काम हुआ है। शासन के निर्देशानुसार प्रशासन ने अच्छी योजना बनाकर श्रमिकों को सुविधा उपलब्ध करायी है। आधिकारिक पूजा के दौरान मुख दर्शन कतार को जारी रखने का निर्णय लिया गया ताकि विट्ठल के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों को आधिकारिक पूजा के दौरान रुकावट न हो। इससे कतारों में दर्शन शीघ्र और आसान हो गया।

73 करोड़ का फंड की घोषणा 

आगे CM ने कहा, ”मंदिर परिसर विकास योजना के लिए 73 करोड़ का फंड उपलब्ध कराया गया है। पंढरपुर शहर विकास योजना सभी के विश्वास से तैयार की जाएगी। साथ ही, 30 बेड को जल्द ही 100 बेड में बदल दिया जाएगा । उन्होंने भाव व्यक्त किया कि लगातार दो वर्षों तक आषाढ़ी एकादशी की शासकीय महापूजा का सम्मान प्राप्त करना हमारा सौभाग्य है।”