भामरागढ़ में बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के जोनल मैनेजर की मनमानी, पैसे निकालने पर लोगों से बोला- मेरा खाता धारकों से कोई लेना देना नहीं

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    भामरागढ़: गडचिरोली जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र भामरागढ़ तहसील की पहचान एक  नक्षलग्रस्त इलाका के रूप में बनी हुई है। उसी भामरागढ़ तहसील के अंतर्गत आने वाले 128 गांव को सेवा देने वाली एक ही राष्ट्रीय कृत बैंक (बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र) है, जिसमें आज सोमवार को बैंक का व्यवहार मात्र ठप पड़ा है।

    बता दें कि कई सालों से बैंक में कर्मचारियों की कमी होने के कारण खातेदारों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं आज कैशियर छुट्टी पर होने के कारण लोगों का लेनदेन नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    भामरागढ़ के इस बैंक में कई सालों से कर्मचारी का अभाव है। जिसमें कर्मचारी बढ़ाने की मांग कई सालों से कि जा रही है, लेकिन शीर्ष अधिकारियों की तरफ से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

    मेरा बैंक और खाता धारकों से कोई लेना देना नहीं

    खातेदार दीपक भांडेकर ने कहा, बैंक में कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं होने को लेकर जब मैंने जोनल मैनेजर से इस बात की  शिकायत कि, तो अधिकारी ने बिसी (बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट) (सेतु केंद्र)  से पैसे लेने की बात कही।”

    अधिकारी ने आगे कहा, “अल्लापल्ली एवं अहेरी से एक कर्मचारी को बुलाएंगे लेकिन, अभी तक कोई कर्मचारी यहां पर नहीं पहुंचा है। इसी के साथ जोनल मैनेजर ने कहा, मेरा बैंक खातेदारों से कोई लेना देना नहीं है।”

    ऐसा ही चलता रहा तो करेंगे आंदोलन 

    बैंक अधिकारी द्वारा दिए इस वक्तव्य से खाता धारकों में रोष बढ़ा गया है। दीपक भांडेकर ने आगे कहा कि, ” अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम कल बैंक को ताला ठोको और सभी खातेदारों के बैंक खाते बंद करने के लिए आंदोलन करेंगे।”