Markandeshwar

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    चामोर्शी.  विदर्भ की काशी के रूप में पहचाने जाने वाले चामोर्शी तहसील के मार्कंडादेव स्थित मार्कंडेश्वर मंदिर में प्रति वर्ष महाशिवरात्री उपलक्ष्य में करीब 10 दिनों तक मेले का आयोजन किया जाता है.  इस वर्ष भी  महाशिवरात्री उपलक्ष्य में मेले का आयोजन किया गया. शनिवार को हजारों भक्तों ने वैनगंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाकर भगवान महादेव की पूजा-अर्चना की. वहीं मेले की दुसरी दिन रविवार को भी हजारों श्रध्दालुओं ने कतर में खड़े होकर मार्कंडेश्वर का दर्शन लिए.

    इस वर्ष मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अनुचित घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस विभाग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतलाम कर रखे है. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मेले स्थल पर आपदा मित्रों को तैनात किया गया है.  मार्कंडा देवस्थान से सटी वैनगंगा नदी उत्तर वाहिनी होने के कारण इसे विदर्भ की काशी के रूप में माना जाता है.

    महाशिवरात्री पर आयोजित मेले में राज्य के विदर्भ समेत मध्यप्रदेश, छत्तीसगड़, तेलांगन, आंध्रप्रदेश राज्य के हजारों श्रध्दालुगण मार्कंडेश्वर के दर्शन के लिए आते है. इस वर्ष भी मेले के दुसरे दिन रविवार को हजारों श्रध्दालुओं ने वैनगंगा नदी में पवित्र स्नान कर भगवान महादेव की पूजा-अर्चना कर मार्कंडेश्वर की दर्शन लिए.