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गड़चिरोली. नियमित फसल कर्ज की वापसी करनेवाले जिले के धान उत्पादक किसानों को सरकार 50 हजार रूपये प्रोत्साहन निधी देने की घोषणा की. किंतु बैंक खाते में यह प्रोत्साहनपर राशी अबतक जमा नहीं हुई है. ऐसे में जिले के किसानों के 1 हजार 449 किसानों के 10 करोड, 64 लाख, 10 हजार रूपयों के चुकारे अबतक वितरित नहीं किए गए है. वहीं घोषणा होने के बावजूद बोनस का एक रूपया भी नहीं मिला है.

वित्तीय वर्ष समाप्त होने के लिए महज 4 दिनों का कालावधि बचा है. ऐसे में हाथ में पैसे नहीं होने से कर्ज कैसे चुकाएं, ऐसी चिंता किसानों को सतां रही है. वहीं दुसरी ओर मार्च एंडिग के नाम पर बैंक द्वारा कर्ज वसुली के लिए किसानों को परेशान किया जा रहा है. जिससे किसानों को सावकार के दरवाजे परजाने की नौबत आयी है. जिससे किसानों को भी ‘मार्च एंडिंग’का टेंशन सता रहा है. 

महाविकास आघाडी सरकार ने नियमित कर्ज की वापसी करनेवाले किसानों को प्रोत्साहन के रूप में महात्मा फुले कर्जमुक्ती योजना अंतर्गत 50 हजार रूपयों तक अनुदान देने की घोषणा की थी. किंतु बिच में सत्ता परिवर्तन होने से यह घोषणा कहीं हवां में तो गुल नहीं होगी, ऐसा लग रहा था. इस बिच सत्ता में आए शिवसेना (शिंदे गुट) व फडणवीस सरकार ने धान उत्पादक किसानों को प्रोत्साहन अनुदान देने की घोषणा की.

इसका कुछ किसानों को लाभ भी दिया गया. किंतु अधिकांक्ष किसान अब भी लाभ की प्रतिक्षा में है. इसी तरह सरकारी समर्थनमुल्य धान खरीदी केंद्र पर धान बिक्री करनेवाले धान उत्पादक को हेक्टेयर 15 हजार रूपये बोनस देने की घोषणा भी की थी. फिलहाल वित्तीय वर्ष समाप्त हो रहा है. जिससे वित्तीय संस्थाओं द्वारा लिया फसल कर्ज चुकाने का समय है. वहीं बैंक द्वारा भी मार्च एंडिंग होने के कारण वसुली मुहिम शुरू की गई है. इस दौरान किसानों के जेब खानी होने से किसान वित्तीय संकट में फंसे है. फसल कर्ज कैसे चुकाएं, इस चिंता में जिले के किसान है. जिससे किसानों को फिर से कर्जबाजारी होने की नौबत आयी है. 

डेढ़ हजार किसानों के साडे दस करोड़ बाकी 

सरकार ने खरीफ सीजन में जिले के 32 हजार 90 किसानों से 2 अब्ज 42 करोड 71 लाख रूपयों के 11 लाख 90 हजार 545 क्विंटल धान खरीदी किया है. इसमें से 30 हजार 641 किसानों के धान बिक्री की राशी अदा की गई. वहीं अब भी 1 हजार 449 किसानों के 10 करोड 64 लाख 10 हजार 520 रूपयों की राशी अब भी बकाया है. 

अब बोनस कब मिलेगा ?

सरकार की ओरसे धान उत्पादक किसानों को 2 हेक्टेयर तक प्रति हेक्टेयर 15 हजार के तहत बोनस देने की घोषणा की गई है. जिसके तहत संबंधित विभाग की ओर से जिले के 32 हजार 90 किसानों का पंजीयन किया गया है. किंतु अब भी बोनस की राशी किसानों के बैंक खाते में जमा नहीं किए गए है. जिससे अब बोनस कब मिलेगा, इस प्रतिक्षा में जिले के किसान है.