गडचिरोली. राज्य के गृहविभाग के सहसचिव के नाम पर पुलिस अधीक्षक को ई-मेल द्वारा दो पुलिस कर्मियों के तबादले का फर्जी आदेश भिजवाने का मामला माह भर पहले सामने आया था. पुलिस विभाग द्वारा इस मामले की गंभीरता से जांच कर उक्त आदेश एक महिला पुलिस कर्मी के पति द्वारा भिजवाए जाने की बात स्पष्ट हुई है. इस मामले में एलसीबी के पथक ने आरोपी पुलिस कर्मी को गिरफ्तार कर उसे पुलिस रिमांड में लिया है. जिससे गृहविभाग के सहसचिव के नाम से फर्जी तबादला आदेश निकालना महंगा पडा है.
अधिक जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल को 9 मई 2023 को गृह विभाग के कार्यालय से ई-मेल प्राप्त हुआ था. इसमें धोडराज पुलिस सहायता केंद्र में कार्यरत पुलिस हवालदार जमीलखान पठाण का तबादला जिला पुलिस अधिक्षक कार्यालय के नक्सल सेल में तो गट्टा (जां) पुलिस सहायता केंद्र में कार्यरत महिला पुलिस कर्मी मीनाक्षी पोरेड्डीवार का तबादला पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय गडचिरोली में करने का उल्लेख था.
उक्त आदेश पर सहसचिव व्यंकटेश भट का नाम और हस्ताक्षर थे. लेकिन उक्त मेल यह गृहविभाग के नियमित ई-मेल से नहीं आया था. इसके अलावा पुलिस कर्मियों के तबादले का आदेश गृहविभाग से नहीं निकलता है. इस संदर्भ में जिला पुलिस अधिक्षक को संदेह आया. इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सायबर सेल को दी गई.
सायबर सेल के पुलिस उपनिरीक्षक सागर आव्हाड गृहविभाग में जाकर जांच करने पर उक्त ई-मेल सहसचिव द्वारा नहीं भिजवाने की बात सामने अयी. जिसके बाद पुलिस उपनिरीक्षक निलेश वाघ की शिकायत पर गडचिरोली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया. इस मामले की जांच एलसीबी को सोंपी गयी. एलसीबी ने मामले की गंभीरता से जांच करते हुए इस मामले के मास्टर माईंड पुलिस कर्मी को गिरफ्तार किया. इसके बाद उसे न्यायालय में पेश करने पर न्यायालय ने 4 दिन तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है.
ब्रम्हपुरी से भिजवाया था ई-मेल
एलसीबी के पुलिस निरीक्षक उल्हास भुसारी द्वारा मामले की गंभीरता से जांच करने पर उक्त ई-मेल मुंबई से नहीं बल्कि ब्रम्हपुरी के एक नेट कॅफे से भिजवाने की बात सामने आयी. इस मामले में अधिक जांच करने पर उक्त ई-मेल महिला पुलिस कर्मी मीनाक्षी पोरेड्डीवार के पति पुलिस कर्मी गडचिरोली निवासी संदीप मड्डेलवार ने भेजने की बात सामने आयी. एलसीबी ने संदिप को 2 जून को हिरासत में लेकर जांच करने पर उसने अपना अपराध कबुल किया.
मामले की गंभीरता से जांच शुरू
गृह मंत्रालय से दो पुलिस कर्मियों के तबादलों का आदेश प्राप्त हुआ था. लेकिन संबंधित ई-मेल संदर्भ में संदेह आने पर जांच के आदेश दिये गये थे. जांच के अंत में उक्त मेल फर्जी होने की बात सामने आयी. जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच करने पर एक महिला पुलिस कर्मी के पति द्वारा यह करतूत करने की बात स्पष्ट हुई. जांच के अंत में आरोपी को गिरफ्तार किया गया. है. वहीं इस मामले में महिला पुलिस कर्मी का समावेश है या नहीं इस संदर्भ में जांच शुरू है.
नीलोत्पल (जिला पुलिस अधीक्षक)