डिजल नहीं, बसों के पहिया थमे; गड़चिरोली, अहेरी डिपो का मामला

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    गड़चिरोली. रापनि कर्मचारियों के हड़ताल समाप्त होने के बाद एक माह पहले गड़चिरोली जिले समेत संपूर्ण राज्य में रापनि की बससेवा पूर्ववत शुरू हो गयी थी. ऐसे में पिछले कुछ दिनों से जिले के गड़चिरोली व अहेरी डिपो की बसेस निजी पट्रोलपंप से डिजल भर रहे थे. लेकिन बुधवार को निजी पंपों पर भी डिजल नहीं होने के कारण दोनों डिपों के  बसों का परिचलन थम गया. 

    कर्मचारी उपलब्ध होने के बाद डिजल नहीं होने के कारण अधिकत्तर बसे डिपों में जमा हो गयी थी. इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा. गड़चिरोली डि़पों में पहुंचने के बाद बसें बंद होने की जानकारी मिलते ही यात्रियों ने निजी वाहनों का सहारा लेना शुरू कर दिया था. इसमें यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. 

    गड़चिरोली डि़पो की 80 फिसदी बसेस बंद 

    गड़चिरोली स्थित रापनि के बस डि़पों के पेट्रोलपंप पर टैंकर से डिजल बुलाया जा रहा था. लेकिन इसमें डि़पो को करीब 2 लाख 40 हजार रूपयों का नुकसान हो रहा था. यह नुकसान टालने के लिये डिपो ने चंद्रपुर मार्ग के एक पेट्रोलपंप से डिजल भरवाना शुरू कर दिया था. लेकिन निजी पेट्रोलपंप पर भी डिजल की अनियमित आपुर्ति होने के कारण रापनि की बसों को डिजल मिलना मुश्किल हो गया. बुधवार को उक्त पेट्रोलपंप पर डिजल नहीं होने के कारण गड़चिरोली डि़पो की करीब 80 फिसदी बससेवा बंद हो गयी. यही हाल अहेरी डिपो का भी होने की जानकारी मिली है.

    6 लाख रूपयों का नुकसान: पांड़े 

    गड़चिरोली डि़पो के प्रबंधक मंगेश पांडे ने बताया कि, डिज़ल नहीं मिलने के कारण बसों का परिचलन बंद करना पड़ा. बुधवार के करीब 80 फिसदी बसों का परिचलन बंद किया गया. जिसमें डिपो को एक दिन में करीब 6 लाख रूपयोंं का नुकसान हुआ है. निजी पेट्रोलपंप से नगद रूप में डिज़ल खरीदने की बात कही गई. लेकिन निजी पेट्रोलपंप ही डिज़ल नहीं होने के  कारण बसों का परिचलन बंद रखना पड़ा. विशेषत: बुधवार को गड़चिरोली शहर के एक भी पेट्रोलपंप पर डिज़ल नहीं मिलने की बात उन्होंने कही.