अल्प बसफेरी से यात्री हुए त्रस्त, घंटो करना पड़ रहा इंतजार

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    अहेरी. स्थानीय बस डिपो से फिलहाल 84 में से कुछ बसे खराब होकर खड़ी है, कुछ बसों में डालने के लिए डिझेल नहीं है. वहीं स्कूले शुरू है. छात्रात्राओं के लिए शुरू हुए मानव विकास मिशन के के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. जिससे कुछ यात्री जान जोखिम डालकर निजी वाहन से सफर कर रहे है. अल्प बसफेरियों के कारण छात्रों के साथ अन्य यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

    अहेरी के बस डिपों में करीब 84 बसेस है. जिसमें नादुरूस्त 10 से अधिक बसे खड़ी है. वहीं कुछ बसों में डालने के लिए डिझेल नहीं है. कुछ बसेस भंगर हुए है. ऐसी स्थिती होने के बावजूद इस ओर संबंधित जनप्रतनिधि व प्रशासन की अनदेखी हो रही. कोरोना महामारी का प्रकोप कम हुआ है. जिससे स्कूले शुरू की गई है. स्कूली छात्रों के आवागमन हेतु मानव विकास मिशन की बसेस शुरू की गई है. यह बसे अल्प होने के कारण घंटों घंटे छात्रों को बसस्टापेज पर इंतजार करना पड़ रहा है. 

    खस्ताहाल सड़के, डिझेन नहीं होने से यह स्थिती-सुर्वे

    इस संदर्भ में रापनि के विभागीय नियंत्रक संजय सुर्वे ने कहां कि, अहेरी डिपो से एटापल्ली, जांभिया गट्टा, जारावंडी मूलचेरा, भामरागड, कोठी, लाहेरी, सिरोंचा व अहेरी तहसील के अतिदुर्गम क्षेत्र के नागरिकों का सफर सुलभ करने बसे जा रही है. किंतू आलापल्ली -सिरोंचा मार्ग पर बडे बडे गड्डे निर्माण होने से कुछ जगह की सड़कों की हालत काफी दयनीय हुई है.

    जिससे नितदीन बसे खराब होकर डिपो में हा रही है. वहीं समय पर डिझेल नहीं मिलने से नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस संदर्भ में वरीष्ठों की ओर पत्राचार किया गया है, ऐसी जानकारी सुर्वे ने दी. 

    विभागीय नियंत्रक ने दी अहेरी के डिपो में भेट

    रापनि के विभागीय नियंत्रक संजय सुर्वे ने अहेरी के डिपो में भेट देकर बसों के स्थिती जानी. इस दौरान अहेरी डिपों की समस्याएं भी जानी. इस समय अहेरी डिपो के डिपो मेनेजर युवराज राठोड, वाहतूक निरीक्षक जितेंद्र वैद्य आदी उपस्थित होते.