रापनि कर्मियों के हड़ताल का नतिजा, अनेक परिक्षणार्थी रहे परिक्षा से वंचित

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    गड़चिरोली. कोरोना कालावधि और लंबि प्रतिक्षा के बाद ड वर्ग श्रेणी के 3 हजार 466 पद स्वास्थ्य विभाग ने परिक्षा के माध्यम से भरने का निर्णय लिया. इधर काफी कालावधि बाद नौकर भर्ती निकलने के कारण  जिले के सुशिक्षित युवाओं में उत्साह काफी बढ़ गया. और युवा परिक्षा की तैयारी करने में जुट गये थे.

    रविवार को जिले के करीब 67 परिक्षा केंद्र में यह परिक्षा दोपहर के समय आयोजित की गई थी. परिक्षा को लेकर जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र के सुशिक्षित युवाओं ने समुचित तैयारियां पूर्ण की थी. लेकिन परिक्षा के एक दिन पहले ही रापनि कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर हड़ताल शुरू करने के कारण संपूर्ण जिले में रापनि की सेवा पुरी तरह प्रभावित हो गयी. जिसका खामियाजा परिक्षा की तैयारी करनेवाले उम्मीदवारों को भुगतना पड़ा.

    कुछ उम्मिदवार निजि वाहन कर तथा कुछ उम्मीदवार दोपहिया से गड़चिरोली जिला मुख्यालय के परिक्षा केंद्र पर पुहंचे. तो दुसरी ओर  अनेक उम्मीदवारों को समय पर यातायात सुविधा उपलब्ध नहीं मिलने के कारण जिले समेत बाहर जिलों के अनेक उम्मीदवारों को स्वास्थ्य विभाग  द्वारा आयोजित परिक्षा से वंचित रहने की नौबत आन पड़ी.

    सिरोंचा के उम्मीदवार तेलंगाना होते हुए पहुंचे गड़चिरोली

    काफी प्रतिक्षा के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा रिक्त पद भरने के लिये परिक्षा आयोजित गई थी. जिससे जिले के आखरी छोर पर बसे सिरोंचा तहसील के उम्मीदवारों ने परिक्षा की पूर्ण तैयारियां कर हॉल टिकट लेकर गड़चिरोली जिला मुख्यालय स्थित परिक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिये निकले. किंतु सिरोंचा-आलापल्ली यह राष्ट्रिय महामार्ग पुरी तरह खस्ताहाल होने के कारण समय पर परिक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिये उम्मीदवार तेलंगाना राज्य का सहारा लेते हुए तेलंगाना और चंद्रपुर जिले से होते हुए निजि वाहनों से गड़चिरोली जिला मुख्यालय में पहुंचे. जिसके कारण उम्मीदवारों को मानसिक, शारिरीक समेत वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ा.

    नागपुर, यवतमाल ने दोपहिया से पहुंचे उम्मीदवार

    रापनि की बसेस बंद होने का खामियाजा न केवल जिले के उम्मीदवारों को भुगतना पड़ा बल्कि बाहर जिलों के उम्मीदवारों को भी भुगतना पड़ा है. बताया जा रहा है कि, गड़चिरोली जिले में के परिक्षा केंद्रों पर बाहर जिलों के उम्मीदवारों का नंबर लगा था. ऐसे में यातायात सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण नागपुर और यवतमाल जिले के उम्मीदवार दोपहिया लेकर गड़चिरोली जिले के परिक्षा केंद्रों पर पहुंचे. जिसके कारण बाहर जिलों के उम्मीदवारों को भी त्रासदि का सामना करना पड़ा.

     अनेक उम्मीदवारों ने गड़चिरोली में बिताई रात

    गड़चिरोली जिले में 67 परिक्षा केंद्रों पर 15 हजार 410 उम्मीदवार बैठने की सुविधा स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई थी. लेकिन यातायात सुविधाओं के अभाव में अनेक उम्मीदवार परिक्षा केंद्रों पर समय पर नहीं पहुंच पाये. ऐसे में जो उम्मीदवार परिक्षा केंद्र पर पहुंचकर परिक्षा दी, ऐसे उम्मिदवारों को मात्र अपने गांव वापिस लौटना मुश्किल हो गया था. अनेक उम्मीदवार निजि बस और ट्रैक्सी के सामने वापिस जाने के लिये भीड़ लगाए थे. वहीं वाहन नहीं मिलने के कारण सैकडों उम्मीदवारों को गड़चिरोली जिला मुख्यालय में रात बिताने की नौबत आन पड़ी थी.