कोरची तहसील में बढ़ा मलेरिया का खतरा, बिजली की आंखमिचौली बनी कारण

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    कोरची. तहसील में बिजली की समस्या सीरदर्द बनी हुई हे. हल्की हवाएं व बारिश होने पर भी तहसील में अंधेरा फैलता है. बिजली विभाग के अनियमित कार्य के चलते समुचे तहसील के नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रातभर बिजली के अभाव में रात अंधेरे में गुजारनी पड़ती है. बिजली के अभाव में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से तहसील में मलेरिया का खतरा भी बढ़ गया है. 

    कोरची में 33 केवी का सबस्टेशन है. तहसील को चिचगड व कुरखेडा इन 2 जगह से बिजली आपूर्ति की जाती है. किंतू बिजली विभाग के अनदेखी के चलते संपूर्ण तहसील के नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

    21 नवंबर को समुची रात कोरची शहर तथा परिसर के नागरिकों को अंधेरे में काटनी पड़ी. ऐसे में शहर के नालियों की सफाई नहीं होने से मच्छरों का प्रमाण बढ़ गया है. जिसेस शहर में मलेरिया का प्रकोप बढ़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है.

    बिते अनेक वर्षो से यह समस्या होने के बावजूद बिजली की समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. बिजली की यह समस्या हल करने के लिए तहसील के नागरिकों ने अनेक बार आंदोलन कर संबंधित विभाग का ध्यानाकर्षण करने का प्रयास किया. इसके बावजूद गहरी निंद में सोए प्रशासन व संबंधित विभाग की निंद अबतक नहीं टूटी है. 

    मलेरिया को प्रकोप बढ़ने पर कोन जिम्मेदार ?

    तहसील में बिजली की आंखमिचौली यह हमेशा की समस्या बनी है. वहीं शहर में स्थानीय नगर पंचायत प्रशासन की ओर से नालियों की नियमित सफाई नहीं की जा रही है. जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. फिलहाल शितकाल शुरू है. किंतू बेमौसम बारिश के कारण बरसात के मौसम जैसी स्थिती नजर आ रही है.

    रातभर बिजली नहीं रहने से मच्छरों के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य का प्रश्न निर्माण हुआ है. तहसील में मलेरिया का प्रकोप बढ़ने पर इसके लिए जिम्मेदार कोन रहेगा, ऐसा सवाल नागरिकों द्वारा पुछा जा रहा है. नपं प्रशासन शहर के नालियों की नियमित सफाई करने की मांग शहर के नागरिकों ने की है.