बाघ ने ली बछड़े की जान, आमगांव में. जंगल क्षेत्र की घटना

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    चामोर्शी. चार दिन पहले तहसील के मार्कंडांदेव में गौशाला में बंधे एक किसान के दो बैलों पर बाघ ने हमला किया था. जिसमें एक बैल गंभीर रूप से घायल होने की घटना ताजि थी कि, अब इसी तहसील के आमगांव (मं). जंगल क्षेत्र में गाय के बच्छड़े का शिकार करने की घटना सोमवार को उजागर हुई है. इस घटना से परिसर में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है. 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार, उक्त गाय का बच्छड़ा आमगांव निवासी मुकेश वालके के मालिकाना होकर मवेशियों का झुंड गांव समीपस्थ जंगल परिसर में चरने गया था. इसी बीच रविवार की शाम के समय आमगांव-कर्कापल्ली मार्ग के नाले समीपस्थ जंगल परिसर में बाघ ने गाय के बच्छडे पर हमला कर अपना निवाला बनाया है.

    शाम होने के बाद भी बच्छड़ा घर वापिस नहीं पहुंचने से किसान चिंता में पड़ गया था. इस दौरान सोमवार को सुबह के समय अन्य किसानों के साथ मिलकर जंगल में खोजबिन करने पर बाघ ने बच्छडे का शिकार करने की बात स्पष्ट हुई. घटना की जानकारी मिलते ही चामोर्शी के वनपरिक्षेत्राधिकारी प्रवीण लेले के मार्गदर्शन में वनपाल पी. के. भडांगे, वनरक्षक वी. जे. लांजेवार, आनंद साखरे, महेश कुरवते व नैताम आदि कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किये. 

    बाघ का बंदोबस्त करने की मांग

    पिछले कुछ दिनों से तहसील में बाघ की दहशत निर्माण हो गयी है. जिसके कारण तहसील के नागरिक पुरी तरह भयभित हो गयी है. ऐसे में वर्तमान स्थिति में तहसील के विभिन्न हिस्सों में धान कटाई के कार्य जोरों पर शुरू होने के कारण किसान आए दिन खेतों में जा रहे है. लेकिन इस क्षेत्र में बाघ की दहशत निर्माण होने से भयभित होकर काम करना पड़ रहा है. जिससे वनविभाग तत्काल बाघ का बंदोबस्त करें, ऐसी मांग तहसील के नागरिकों ने की है.