बेमौसम बारिश, धान के साथ मक्के की फसलों का नुकसान

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गड़चिरोली. अप्रैल माह के शुरूआत से ही बेमौसम बारिश ने किसानों की आंखे नम की है. बेमौसम बारिश, बदरीला मौसम व ओलावृष्टि के कारण किसानों की धूपकालिन धान फसल, मक्का तथा आम के साथ सब्जी फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है. जिले में बेमौसम बारिश का संकट 3 मई तक कायम रहने की चेतावनी दी है. जिस कारण किसान भयभीत है. 

जिले में बेमौसम बारिश से उत्पात मचाया है. दिन ब दिन बेमौसम बारिश का दौर कायम रहने से धूपकाले के दिनों में बारिश की स्थिती दिखाई दे रही है. इस बारिश से उमस से भलेही राहत मिली है, किंतू किसानों की धडकने बढा दी है. तुफानी हवाओं के साथ हुए बेमौसम बारिश से अनेक लोगो के मकान, खेत फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है. शनिवार को रात 10 बजे से बरसात को शुरूआत हुई है. कुछ समय बारिश होने के बाद आसमान साफ हुआ. इसके पश्चात तड़के 6 बजे से बारिश फिर बारिश प्रारंभ हुई. जिससे कटाईयोग्य धूपकालिन धान फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है. साथ ही निरंतर बिजली आपूर्ति खंडीत होने से नागरिक त्रस्त हुए है. जिले में बिते 24 घंटे में 5.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है. सर्वाधिक 30 मिमी बारिश देसाईगंज तहसील के शंकरपुर में हुई है. 

आश्रमस्कूल के उडे टिनपत्रे 

बेमौसम बारिश, तुफानी हवाओं के कारण शनिवार को कोरची तहसील के कोटगुल के सरकारी आश्रमस्कूल के छत के 61 टिनपत्रे उड़ गए. वहीं परिसर के 6 गांवों के नागरिकों के मकान व खेती का व्यापक नुकसान हुआ है. वाको गांव के दुर्योधन बिरसिंग सर्पा के घर की भी छत उड़ गई. इसमें उसकी पत्नी संगीता सर्पा के पैर को गंभीर चोट आयी है. 

24 घंटे में 5.5 मिमी बारिश 

गड़चिरोली जिले में विगत 24 घंटे में 5.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है. सर्वाधिक 21.7 मिमी बारिश देसाईगंज तहसील में दर्ज की गई है. इसके बाद आरमोरी 15.9 मिमी, धानोरा 10.5 मिमी, गड़चिरोली 7.8 मिमी, कुरखेडा 8.6 मिमी, कोरची तहसील में 2.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है.