डिजीटल बैंकिंग व्यवहार के दौरान सतर्क रहे: प्रंचित पोरेड्डीवार का आह्वान

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    • व्यापारी, कर्मचारी व्यावसायिक व नागरिकों की कार्यशाला 

    गडचिरोली. ग्राहकों की जैसे जरूरत वैसी निति बनाते हुए बैंकींग सुविधा सुरू की है. डिजीटल बैंकीग के अनेक लाभ होने से यह प्रणाली अल्प कालावधि में ही लोकप्रिय हो रही है. वहीं इसका उपयोग भी बढ़ा है. किंतू डिजीटल बैंकींग के कुछ खतरे भी है. ओटीपी, पासवर्ड शेअर करने के कारण वित्तीय ठगी होने की संभावना रहती है. जिससे डिजीटल बैंकीग का उपयोग करनेवाले ग्राहक सतर्क रहे, ऐसा आह्वान जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रंचित पोरेड्डीवार ने किया. 

    जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की ओर से गुरूवार को बैंक के सभागृह में व्यापारी, कर्मचारी, व्यावसायिक व अन्य नागरिकों के लिए डिजीटल बैंकीग व सायबर सुरक्षितता के संदर्भ में आयोजित मार्गदर्शन कार्यशाला में वे बोल रहे थे. कार्यशाला में बैंक के उपाध्यक्ष श्रीहरी भंडारीवार, संचालक डा. बलवंत लाकडे, हिरालाल वालदे, भैय्याजी वाढई, दुर्वेश भोयर, बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतिश आयलवार आदि उपस्थित थे.

    आगे संबोधित करते हुए प्रंचित पोरेड्डीवार ने कहां कि, सभी बैंक शाखा संगणीकृत हुए है. बैंक के प्रणाली पर अटैक नहीं होगा, इसके लिए बैंक सतर्क है. वहीं अनेक नागरिक डिजीटल बैंकींग का उपयोग करते है. उन्होने भी छोटे-बडे बातों का ध्यान रखना चाहिए. डिजीटल बैंकींग से ग्राहकों का काफी परिश्रम बचा है. किंतू उसका उचित उपयोग होना आवश्यक है. ऐसी बात भी उन्होने इस समय कहीं.

    कार्यक्रम की प्रस्तावना में बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतिश आयलवार ने कहां कि, ग्राहकों के बैंक खाते हैक करनेवाले लिंक हैकर्स द्वारा भेजे जाते है. वहीं विभिन्न कारण बताकर बैंक खाते संदर्भ की जानकारी मांगी जाती है. इससे ठगी हो सकती है.

    जिससे ग्राहक सतर्क रहे, ऐसी बात कहीं. ठगी से कैसे बचे, कौनसी सतर्कता बरते इस संदर्भ मं बैंक के आईटी विभाग के उपप्रबंधक हर्षवर्धन भडके ने मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम की सफलता हेतु प्रबंधक तानाजी भुरसे, संजय अलमपटलावार, राजू सोरते आदि ने प्रयास किया. संचालन बैं के अधिकारी किरण सांबरे ने किया.