Block jam movement on Sironcha-Aheri National Highway, BSP officials became aggressive due to bad road

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गडचिरोली.  गडचिरोली जिले के आखरी छोर पर बसी सिरोंचा तहसील के अनेक गांवों की ओर जानेवाले मार्गो की हालत पुरी तरह खस्ता हो गयी है. वहीं अनेक गांवों में पहुंचने के लिये पक्की सडके नहीं बनी है. जिसके कारण तहसील के नागरिकों को आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है.

इस संदर्भ में प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराने के बाद भी तहसील के सडकों की मरम्मत नहीं की जा रही है. वहीं नई सडकों का निर्माण नहीं किया जा रहा है. जिससे बसपा के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को सिरोंचा-अहेरी नॅशनल हाईवे पर चक्काजाम आंदोलन किया.इस आंदोलन में बसपा जिलाअध्यक्ष शंकर बोरकुट,  मनोहर कावेरी, सत्यम कुमारी, रमेश गावड़े, किश्तैया निस्थुरी, सादिक शेख, रमेश इंदुगुराला आदि समेत अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे. 

अनेक जगह पर सडक कार्य अधर में 

आंदोलनकर्ताओं ने बताया कि, तहसील विठ्ठलवाड़ा, मोयाबिनपेठा, कोथापल्ली, नरसिम्हापल्ली, पर्सेवाड़ा, बेजुरपल्ली, जाफराबाद और कंबलपेठा क्षेत्र में सडक निर्माण का कार्य शुरू किया गया था. लेकिन पिछले 5-6 वर्षो से संबंधित जगह के सडक कार्य अधुरे अवस्था में पडे है. बावजूद इसके प्रशासन और सरकार ध्यान नहीं दे रहे है. केवल चुनाव के दौरान सांसद और विधायक  क्षेत्र का विकास करने का आश्वासन देते है, लेकिन अपने आश्वासन पर अमल नहीं करने के कारण क्षेत्र की समस्या जैसे थे बनी हुई है. ऐसा आरोप आंदोलनकर्ताओं ने लगाया है.

अनेक गांवों में नहीं पहुंच रही बस 

 सिरोंचा तहसील के  विट्ठलरावपेठा, मोयाबिनपेठा, कोथापल्ली, नरसिम्हापल्ली  और परसेवाड़ा इन 5 ग्रांप की जनसंख्या करीब 15 हजार के आसपास है. वहीं इस क्षेत्र के नागरिक प्रतिदिन सिरोंचा तहसील मुख्यालय में विभिन्न कार्यो के लिये आते है. लेकिन सडकों के अभाव में इस क्षेत्र में  रापनि की बस नहीं पहुंचने के कारण लोगों को निजी वाहनों से सफर करना पड रहा है. जिससे उन्हें वित्तीय नुकसान उठाना पड रहा है. इसके अलावा कोटापल्ली, नादिकुदा, चिंतारेवाला, अंकिसा, सोमनपल्ली, कोपेला, अमदापल्ली, पुलिगुदम, किष्टपयापल्ली, रमेशगुदम, करजेली, कोरला गांव तक पहुंचने के लिये सडक नहीं होने की बात कही गई.