कांग्रेस ने किया ‘नरेंद्र मोदी जवाब दो’ आंदोलन, इस दौरान उठाएं विभिन्न सवाल

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गड़चिरोली. पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा घटना में 40 जवान शहीद हुए और उसमें सरकार की गलती होने की बात निदर्शन में लायी, किंतु पंतप्रधान नरेंद्र मोदी ने उन्हे चुप रहने को कहां, ऐसा सिधा आरोप मलिक ने किया है. नरेंद्र मोदी तथा भाजपा सरकार के इस हुकूमशाही के खिलाफ गड़चिरोली जिला कांग्रेस की ओर से जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाडे के नेतृत्व में आज स्थानीय इंदिरा गांधी चौक में ‘नरेंद्र मोदी जवाब दो’ आंदोलन किया गया. 

आंदोलन के दौरान पुलवामा घटना में केंद्र सरकार की व्यापक गलती हुई है. इस वक्तव्य पर मलिक को चुप रहने को क्यों कहां गया? भारतीय जवानों को दुसरी ओर भेजने के लिए विमान की मांग करने पर , वह क्यों नकारी गई? पुलवामा घटना में उपयोग किया गया 300 किलो आरडीएक्स कहां से आया? पुलवामा घटना व 40 जवानों का बदलिदान यह भाजपा व नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव जितने के लिए किया था क्या? मलिक को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठन महासचिव राम माधव ने 300 करोड रूपयों की ऑफर क्यों दी? अदानी समूह के घोटाले के संदर्भ में राहुल गांधी द्वारा उपस्थित किए सवालों के मोदी जवाब दे?

किसानों का जीवन बर्बाद करनेवाले 3 काले कानुन के संदर्भ में तथा यह काले कानुन वापिस लेने के लिए आंदोलन करते हुए शहीद हुए 750 से अधिक किसानों के मौत कोन जिम्मेदार? इसका जवाब मोदी दे. फसल बीमा के नाम पर अदानी-अंबानी के लिए अन्नदाता की बली लनेवाले व जनता की तिजोरी लुटकर देनेवाले? इसका जवाब मोदी दे, ऐसे अनेक सवाल उठाएं गए.

आंदोलन में पूर्व विधायक डा. नामदेव उसेंडी, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस महासचिव तथा जिला प्रभारी डा. नामदेव किरसान, प्रदेश सचिव डा. नितीन कोडवते, शहर अध्यक्ष सतीश विधाते, महिला प्रदेश सचिव भावना वानखेडे, महिला अध्यक्ष एड. कविता मोहरकर, तहसील अध्यक्ष वसंत राऊत, वडसा तहसील अध्यक्ष राजेंद्र बुल्ले, पूर्व पार्षद रमेश चौधरी, ओबीसी सेल कार्याध्यक्ष दिवाकर निसार, अनुसूचित जाति सेल अध्यक्ष रजनीकांत मोटघरे, सहकार सेल उपाध्यक्ष अब्दुल पंजवाणी, शंकरराव सालोटकर, नेताजी गावतुरे, पांडुरंग घोटेकर, समय्या पशुला, सुनील चडगुलवार, सुरेश भांडेकर, अनिल कोठारे, दत्तात्रय खरवडे, घनश्याम मुरवतकर, सुधाकर मेश्राम, ढिवरू मेश्राम, निकेश कामीडवार, बालुजी किनेकर, हरबाजी मोरे, महादेव हिचामी, नीलकंठ  पेंदाम, ज्ञानेश्वर पोरटे, आशिष नैताम, प्रफुल आंबोरकर, गणेश कोवे इनके साथ बडी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ते उपस्थित थे.