17 गांवों की खेती गाढवी नदी के गिरफ्त में, देसाईगंज तहसील में धान खेती का व्यापक नुकसान

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    गड़चिरोली. बिते कुछ दिनों से निरंतर जारी बारिश के कारण गाढवी नदी ने देसाईगंज तहसील में विक्राल रूप धारण किया है. जिससे देसाईगंज तहसील के 17 गांवों की धान की खेती पानी में समाई है. किसानों का व्यापक मात्रा में नुकसान हुआ है. बतां दे कि, सप्ताहभर में यह स्थिती किसानों पर दोबारा आयी है. 

    शनिवार की रात से निरंतर जारी बारिश सोमवार को शाम तक कायम था. झमाझम बारिश के कारण पहले ही ओवरफ्लो हुए तालाब, नालों को बाढ़ आ गई. वहीं गाढवी नदी पर गोठणगाव (त.अर्जुनी, जि. गोंदिया) समिप का गाढ़वी नदी पर स्थित बाघ इटियाडोह बांध सोमवार को तड़के के दौरान ओवरफ्लो हुआ. जिस कारण गाढवी नदी का जलस्तर बढ़ गया. गाढवी नदी के परिसर में बडी मात्रा में धान समेत सब्जीयों का व्यापक नुकसान हुआ. धान पूर्ण रूप से नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है. इ

    स परिसर में गाढवी नदी ने सरोवर का स्वरूप धारण किया है. जिस कारण शंकरपुर, चोप खेत परिसर में पानी ही पानी फैलने के कारण किसानों की सैंकडों हेक्टेयर खेती संकट में आयी है. बारिश थम गई है, किंतू बाढ़ का प्रकोप नहीं थमा है. नदी के दोनों छोर पर स्थित हरीभरी धान खेती पानी में डूबी नजर आ रही है. 

    इन 17 गांवों को लगा बाढ़ का फटका 

    गाढवी नदी तथा नालों को बाढ़ आने से बोडधा (गावगन्ना), बोडधा (तुकूम), कोरेगाव, एकलपूर, रामपुर (तुकूम), शंकरपुर, विसोरा, तुलशी, कोकडी, किन्हाला, मोहटोला, पोटगाव, विठ्ठलगाव, विहिरगाव, उसेगाव, फरी, अरततोंडी, डोंगरगाव (हलबी) इन 17 गांवों के नदी तट की सैंकड़ों एकड धान खेती पानी में समायी है. गाढवी नदी का पानी आसपास के खेतों में घुस गया है. जिससे धान खेती का व्यापक नुकसान हुआ है. 

    4 बचाव दस्ते तैयार : तहसिलदार

    इस संदर्भ में देसाईगंज तहसील कार्यालय के तहसिलदार से जानकारी लेने पर इटियाडोह बांध ओवरफ्लो होने से गाढवी नदी को बाढ़ आने की बात कहीं. अबतक इस बाढ़ के कारण मानवी बस्ती का नुकसान नहीं हुआ है. तहसील प्रशासन की ओर से 4 बचाव दस्ते कार्यरत रखे गए है. बचावकार्य जारी होने की बात उन्होने कहीं.