In Maharashtra, 65 people died in just 9 months in wild animal attacks, 23 tigers died in 6 months, the state government said
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    • दहशत में संचार क्षेत्र के ग्रामीण, किसान 

    गड़चिरोली. गड़चिरोली तथा वडसा वनविभाग अंतर्गत जंगल परिसर में व्यापक दहशत निर्माण करते हुए 13 लोगों जान लेनेवाले नरभक्षी बाघ को वनविभाग की टीम ने शार्पशुटर की सहायता से पकड़ा. जिसके पश्चात ग्रामीण अंचल के अनेक गांवों के नागरिकों ने कुछ मात्रा में राहत की सांस ली. किंतु इस परिसर में सीटी-1 के साथ ही टी-6 नामक बाघ ने भी अपना खौफ फैलाया हुआ है. जिससे सीटी-1 का मिशन पूर्ण करने के बाद वनविभाग की टीम टी-6 को पकड़ने में जुट गई है. किंतु अबतक वनविभाग को सफलता नहीं मिली है.

    जैसे सीटी- 1 बाघ वनविभाग को अनेक दिनों तक चखमा देता रहा, वैसे ही टी-6 बाघ भी अपना लोकेशन बदलते हुए वनविभाग को चकमा दे रहा है. किंतु वनविभाग की टीम हार माने बिना पुरजोर प्रयासों से जंगलों में बाघ के लोकेशन पर निगहेबानी करती जा रही है. बताया जाता है कि, विगत कुछ दिनों से उक्त बाघ पोर्ला वनपरिक्षेत्र अंतर्गत विचरण करने की की जानकारी है.

    जिसके चलते वनविभाग की टीम भी सतर्कता से बाघ को पकड़ने के प्रयासों में जुटी हुई है. टी-6 बाघ ने भी अनेक लोगों को मौत के घाट उतारा है. वहीं मवेशियों को अपना निवाला बनाने का सत्र जारी है. जिस कारण बाघ का संचारक्षेत्र होनेवाले जंगल परिसर से सटे गांवों के नागरिकों में तथा खासकर किसानों में व्यापक दहशत का माहौल दिखाई दे रहा है. यथाशिघ्र बाघ को पकड़ने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है. 

    बाघ की दहशत से धान कटाई प्रभावित 

    खासकर वड़सा वनविभाग के अंतर्गत जंगल परिसर में अधिकत्तर विचरण करनेवाले बाघ के चलते इन जंगलों से सटे गांव के नागरिकों में व्यापक दहशत बनी हुई है. बतां दे कि, इन दिनों धान कटाई का दौर शुरू है. ऐसे में अनेक किसान अपने खेतों में मजदूरों के साथ धान कटाई कर रहे है. किंतु यह धान कटाई दहशत के साएं में हो रही है. अनेक किसानों के खेत जंगल परिसर से सटे हुए है. ऐसे खेतों की धान कटाई फिलहाल दहशत के चलते प्रलंबित नजर आ रही है. बतां दे कि, बाघ की दहशत के चलते अनेक किसानों ने अपने खेतो को खाली भी रखा हुआ है. जिससे बाघ की दहशत का अधिकत्तर फटका किसानों को लग रहा है. ऐसे में किसानों द्वारा नुकसान मुआवजा देने की मांग उठ रही है. 

    सीटी 1 को पकड़े बिता पखवाडा

    विदर्भ के गड़चिरोली समेत भंडारा व चंद्रपुर जिले के 13 लोगों की जान लेकर दहशत मचानेवाले सीटी-1 बाघ को काफी मशक्कत के पश्चात 13 अक्टूंबर को पकड़ा गया था. इस घटना को एक पखवाडे से अधिक का समय बित चुका है. किंतु अबतक वडसा वनविभाग में दहशत मचानेवाला टी-6 बाघ वनविभाग के पकड़ में नहीं आया है. वनविभाग उसे पकड़ने के लिए पुरी शिद्दत के साथ प्रयास कर रहा है. बाहरी क्षेत्र की विशेष टीमे भी वनविभाग का सहयोग कर रही है.

    कोसरी में गाय को बनाया निवाला

    आरमोरी तहसील के देलनवाडी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले कोसरी के जंगल परिसर में बाघ ने गाय पर हमला कर उका शिकार करने की घटना आज सोमवार को उजागर हुई है. जिससे इस परिसर में दहशत का माहौल निर्माण हुआ है.  कोसरी निवासी मंगरूजी निकुरे इनकी मालिकाना गांव जंगल परिसर में चरने हेतु गई थी. इस दौरान बाघ ने गाय पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारा. घटना की वनपरिक्षेत्र अधिकारी ढोणे को मिलते ही वनकर्मीयों के साथ वे घटनास्थल पर पहुंचे. मामले का पंचनामा किया गया. इस दौरान संबंधित पशुपालक को वनविभाग द्वारा मदद दिलाने का आश्वासन दिया. इस समय क्षेत्र सहाय्यक नारनवरे, वनरक्षक मडावी, राऊत, कुलमेथे, भांडारकर आदि उपस्थित थे.