अतिदुर्गम बेजूर गांव में पहुंचे सीईओ,  ‘मावा गडचिरोली पालवी’ उपक्रम का किया निरीक्षण

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    गड़चिरोली. स्वास्थ्य विभाग के लिए शुरू किए गए ‘मावा गडचिरोली पालवी’ उपक्रम से कार्यरत आशा वर्कर, सभी स्वास्थ्य अधिकारी, कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसके तहत जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद ने 25 नवंबर को सिधे भामरागड़ तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आरेवाडा अंतर्गत आनेवाले अतिदुर्गम बेजूर गांव को भेट दी. ‘मावा गडचिरोली पालवी’ अंतर्गत कार्यरत आशा वर्कर गिता आत्राम के कार्यो का निरीक्षण किया. अचानक सीईओ दुर्गम गांव में पहुंचने अधिकारी, कर्मचारियों में हडकंप मच गया था. 

    जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद ने उनके संकल्पना से स्वास्थ्य विभाग के लिए ‘मावा गडचिरोली पालवी’ उपक्रम शुरू किया है. इस उपक्रम में 1441 गांवों में कार्यरत आशा वर्कर, स्वास्थ्य अधिकारी, कर्मचारियों को पूर्णत प्रशिक्षित कर रहे हे. गड़चिरोली जिले का बालमृत्यू कम करना यह इस उपक्रम का मुख्य उद्देश है. इसके लिए सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को 2 दिवसीय प्रशिक्षण दियाग या. 

    152 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण 

    ‘मावा गडचिरोली पालवी’ इस उपक्रम के अंतर्गत जिले के कुल 152 प्रशिक्षकों को तहसील निहाय प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होने सभी आशा वर्कर को बालमृत्यू दर कम करने संदर्भ का प्रशिक्षण दिया. पालवी का अर्थ ‘पा’ यानी निरंतर प्रयास करना, ल यानी जल्द से जल्द जानलेवा लक्ष्यण पहचानना, प्राथमिक उपचार करना व उचित जगह संदर्भ सेवा देना ‘वी’ यानी विशारद (निरंतर प्रशिक्षण) है. 

    प्रात्यक्षिक द्वारा दिया प्रशिक्षण

    जिले के बालमृत्यू के प्रमुख कारण जंतूसंक्रमण, श्वसनदाह, कमी दिन, कम वजन, स्तनपान यह समस्या प्रमुख कारण है. बालकों का घर में ही ध्यान रखने पर निश्चित ही लाभ होनेवाला है. इसके लिए आशा, गुटप्रवर्तक व सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को बालकों के घर जाकर वजन लेना, तापमान लेना, सांसों की गति गिनना, बालक व माता का तापमान लेना, बालकों को जांच के पूर्व साबुन से हाथ धोने संदर्भ का प्रात्यक्षिक द्वारा कौशल्य सिखाया गया. 

    उपक्रम के अमल के लिए दी भेट : सीईओ

    जिले में हुए पालवी अंतर्गत प्रशिक्षण व आशांओं के कार्यो की जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद ने प्रशंसा की है. वहीं इसमं निरंतरता रखने की सूचना दी है. ‘मावा गडचिरोली पालवी’ अंतर्गत आशा वर्कर, सभी स्वास्थ्य कर अधिकारी व कर्मचारियों का तहसील निहाय प्रशिक्षण लिया है.

    इसकी प्रत्यक्ष ग्रामीण क्षेत्र में आशावर्कर कैसे अमल करते हुए इसका निरीक्षण करना इस भेट के पिछे का असली उद्देश होने की बात सीईओ कुमार आशीर्वाद ने कहीं. इस दौरान सीईओ आशीर्वाद ने बेजूर गांव के घर घर में जाकर जानकारी प्राप्त की. इस समय सहाय्यक जिला स्वास्थ्य अधिकारी विनोद म्हशाखेत्री उपस्थित थे. 

    फुलोरा उपक्रम कार्यरत रखने के निर्देश 

    इस मुलाकात के दौरान जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद ने फुलोरा उपक्रम अंतर्गत कार्यो का निरीक्षण करने के लिए भामरागड़ तहसील की जिला परिषद शाला कुडकेली व अहेरी तहसील की जिला परिषद कन्या स्कूल आलापल्ली में भेट दी. इस समय उन्होने फुलोरा उपक्रम की जानकारी ली. शुरू उपक्रम के संदर्भ में समाधान व्यक्त किया. उक्त उपक्रम आगे भी कार्यरत रखने के निर्देश दिए.