The strike of contract workers ended on the 35th day

Loading

गडचिरोली. पिछले 17 वर्षो से राष्ट्रीय आरोग्य अभियन अंतर्गत कार्यरत ठेका स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी लोगों को स्वास्थ्य सेवा दे रहे है. ऐसे में ठेका कर्मचारियों का समायोजन करने की मांग निरंतर रूप से की जा रही है. बावजूद इसके सरकार द्वारा अनदेखी किये जाने से ठेका अधिकारी और कर्मचारियों ने गत 25 अक्टूबर से हडताल शुरू कर दिया है. वहीं इस कालावधि में जिला परिषद कार्यालय के सामने धरना आंदोलन भी किया जा रहा था. इस दौरान अडताल के 35 वें दिन सरकार द्वारा मांगे हल करने का आश्वासन दिये जाने के बाद ठेका स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपना हडताल समाप्त किया है. 

 बता दे कि पिछले अनेक वर्षो से अल्प मानधन पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान अंतर्गत जिले में हजारों वैद्यकीय अधिकारी व कर्मचारी स्वास्थ्य सेवा दे रहे है. कोरोना महामारी में भी स्वास्थ्य कर्मियों ने महत्वपूर्ण भुमिका निभाई है. जिससे सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों का कोरोना योध्दा के रूप में सत्कार भी किया है. लेकिन पिछले अनेक वर्षो से सरकार से मांग करने पर भी किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिये जाने से स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा अनेक बार ज्ञापन और शिकायते की है.

वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कर्मचारियों के समायोजन की कार्रवाई 31 मार्च तक करने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन छह माह की कालावधि बित जाने के बाद भी समायोजन नहीं किया गया. जिससे सरकार अपने अश्वासन पर अमल नहीं करने का आरोप कर्मचारियों द्वारा लगाते हुए बेमियादी हडताल शुरू किया गया था. वहीं इस हडताल में गडचिरोली जिले के करीब 1200 अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए थे. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा मांगे हल करने का आश्वासन मिलने के बाद हडताल समाप्त किया गया. वहीं कर्मचारी पूर्ववत सेवा में दाखिल हो गये.