वैनगंगा का रौद्र रूप कायम! गोसेखुर्द से पानी का बहावं हुआ कुछ कम, जिले के 6 मार्गो की यातायात बाधित

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गडचिरोली. पडोसी भंडारा जिले के गोसेखुर्द प्रकल्प से बडे पैमाने पानी का विसर्ग किए जाने से गड़चिरोली जिले में बाढ की स्थिती निर्माण हुई है. जिले की सिमा से बहनेवाली वैनगंगा नदी ने रौद्र स्वरूप धारण किया है. पानी के बैकवाटर के चलते वैनगंगा की अनेक उपनदीयों का बहांव भी थम गिया है. जिससे चलते गड़चिरोली जिले में शनिवार को अनेक मार्गो की यातायात बंद हुई थी.

जिससे बाढ़ प्रभाव कुछ कम होने से कुछ गिनेचुने मार्गो की यातायात शुरू हुई है. लेकिन अब भी जिले के 6 मार्गो की यातायात प्रभावित हुई है. जिसमें प्रमुख गड़चिरोली-आरमोरी मार्ग, गड़चिरोली-चामोर्शी मार्ग तथा आष्टी-आलापल्ली-गोंडपिपरी मार्ग का समावेश है. वैनगंगा में आए बाढ के चलते निर्माण हुए आपदाग्रस्त स्थिती से निपटने हेतु जिला प्रशासन तथा आपदा प्रबंधन विभाग पुरजोर प्रयास कर रहा है. बाढ प्रभावित गांवो के नागरिकों को सुरक्षित स्थलों पर स्थानांतरीत करने की कार्यवाही की जा रही है. शनिवार को 199 नागरिकों को सुरक्षित स्थल पर स्थानांतरित किया गया था. 

गोसीखुर्द प्रकल्प के पाणलोट क्षेत्र में बडे पैमाने पर बारिश होने के कारण प्रकल्प के सुरक्षा की दृष्टि से और प्रकल्प का जलस्तर नियंत्रण में लाने के लिये गोसेखुर्द बांध के सभी गेट खोले गए है. जिससे वैनगंगा नदी में बडे पैमाने पर पानी छोडा जा रहा है. शनिवार तथा आज रविवार को सुबह तक बडे पैमाने पर प्रकल्प से पानी छोडा जा रहा था. जिससे वैनगंगा नदी का रौद्र रूप आज दिनभर कायम था. बाढ़ की स्थिती भी कायम थी. लेकिन शाम के दौरान गोसेखुर्द प्रकल्प से बहांव कुछ कम कर दिया है. जिस कारण बाढ़ का प्रभाव कम होने की आंस लगाई जा रही है.

वैनगंगा के फुल जाने के कारण वैनगंगा की उपनदियां और नाले उफान पर बह रहे है. जिसके कारण जिले में बाढ की स्थिति कायम है. बाढ के कारण  गड़चिरोली-नागपूर, गड़चिरोली-चामोर्शी तथा आष्टी-आलापल्ली- गोंडपिपरी इन राष्ट्रीय महामार्ग समेत जिले के 7 मार्गो की यातायात शनिवार को बाधित हुई थी. आज 1 मार्ग की यातायात सुचारू हुई है. लेकिन 6 मार्गो की यातायात अब भी बाधित है. बाढ़ के चलते सैंकडों हेक्टेखर खेती पानी में डूबी है. जिससे किसानों का भारी नुकसान हुआ है. वहीं गड़चिरोली शहर में जलापूर्ति योजना ठप्प हुई है. जिससे शहरवासियों को पानी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

इन मार्गो की यातायात है बंद 

वैनगंगा नदी में बाढ की स्थिति निर्माण होने के कारण जिले के 6 मार्गो कीयातायात प्रभावित हुई है. इसमें पाल नदी पर बाढ की स्थिती निर्माण होने से गड़चिरोली-नागपुर मार्ग की यातायात शनिवार की सुबह से बंद है. वहीं शिवणी व गोवंदपूर नाले के उपर से पानी बहने के कारण गडचिरोली-चामोर्शी-आष्टी, अहेरी-मोयाबिनपेठा वट्रा (वटरा नाला), भेंडाला-गणपूर, शंकरपूर हेटी-मार्कंडादेव-फराडा-मोहूर्ली, रामाला-घारगाव-दोटकुली-हरणघाट मार्ग, तथा आष्टी-गोंडपिपरी आदि मार्ग आज देरशाम तक बंद थे. 

गोसेखुर्द के 33 गेट खुले

गोसेखुर्द बांध परिसर के पानलोट क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण गोसेखुर्द बांध में बडे पैमाने पर जलसंग्रहण हुआ है. जिससे बांध के सभी 33 गेट खोले गए है. शनिवार को तथा आज रविवार को सुबह तक बडे पैमाने पर पानी छोडा जा रहा था. लेकिन दोपहर के दौरान पानी का बहांव कुछ कम किया गया. दोपहर 1 बजे तक 8067.65 क्युमेक्स पानी छोडा जा रहा था. शाम तक बहावं और कम किया गया. बांध के 2 गेट 1 मीटर से तो अन्य 30 गेट आधे मीटर से खोले गए है. 

बाढ़ में फंसे 15 मजदूरों की बचाई जान

गड़चिरोली शहर से समिप होनेवाले कोटगल बैरेज में काम करनेाले मजदूर वैनगंगा का जलस्तर बढने वे वहीं फंसे थे. इसकी जानकारी पुलिस को मिलते ही थानेदार अरूण फेगडे व डीबी दस्ते के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचकर नाव की सहायता से 15 मजदूरों की जान बचाई. इस समय डीबी दस्ते के धनंजय चौधरी, सप्नील कुडावले, शंकर पुंगाटी, तुषार खोब्रागडे, कोटगल के सरपंच दुधबावरे, पुलिस पटेल मेश्राम, विमुस अध्यक्ष पुरुषोत्तम बावणे समेत ग्रामीण उपस्थित थे.