गडचिरोली. कुछ दिन पहले जंगली हाथियों का दल गोंदिया जिले से देसाईगंज तहसील में दाखिल हुआ है. और यहां पर पहुंचते ही जंगली हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया. इसी बीच गुरूवार की रात गुरूवार की रात हाथियों के झुंड ने तहसील के शंकरपुर परिसर के खेतों में उत्पात मचाया है. जिसमें किसानों के रबी फसलों का नुकसान होकर किसानों में चिंता का वतावरण निर्माण हो गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 2 वर्ष पूर्व ओड़िसा राज्य से छत्तीसगढ़ होते हुए जंगली हाथियों के झुंड ने गड़चिरोली जिले में प्रवेश किया. इस कालावधि में हाथियों ने जिले के धानोरा, कुरखेड़ा, कोरची, आरमोरी, देसाईगंज और गड़चिरोली तहसील के विभिन्न गांव परिसर में पहुंुचकर किसानों की फसलों को तहस-नहस किया. इस बीच पंद्रह दिन पूर्व हाथियों के झुंड ने कुरखेड़ा वन परिक्षेत्र के जंगल के रास्ते से गोंदिया जिले में प्रवेश किया था. लेकिन एक बार फिर यह झुंड यहां लौट आया है.
दो दिन पूर्व हाथियों का लोकेशन देसाईगंज वन परिक्षेत्र के वनों में देखा गया. वहीं गुरूवार की रात हाथियों ने शंकरपुर क्षेत्र में अपना डेरा लगाते हुए किसानों के खेतों में प्रवेश किया. जहां हाथियों ने खेताें में लगायी गयी रबी की विभिन्न प्रकार की फसलों को रौंद दिया. शुक्रवार को देसाईगंज वनविभाग की टीम ने संबंधित किसानों खेतों में पहुंचकर नुकसान का पंचनामा किया. इस बीच हाथियों पर नजर रखने और उन्हें गांव परिसर से खदेड़ने के लिए पश्चिम बंगाल की हुल्ला टीम के साथ गोंदिया जिले के नवेगांव बांध की विशेष को देसाईगंज बुलाया गया है. नुकसानग्रस्त किसानों ने सरकार से वित्तीय मदद की मांग की है.