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    गोंदिया. शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) घोटाले में  राज्य परीक्षा परिषद ने बड़ी कार्रवाई की है और 3 अगस्त को परिपत्रक जारी कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इसमें हेराफेरी करने वाले परीक्षार्थी की जांच के दौरान उत्तर पत्रिकाओं की जांच की गई. इस परीक्षा में लगभग 7 हजार 874 उम्मीदवार यह फर्जी पाए गए हैं.

    सन 2019 में परीक्षा में टीईटी परीक्षा में जिले के 9 फर्जी प्रमाणपत्र धारकों की पहचान हो गई है. जिसमें से 2  ने शासकीय नौकरी का लाभ भी उठाया है. लेकिन अब फर्जी प्रमाणपत्र धारकों पर कार्रवाई की जाएगी और जिप द्वारा उसे लेकर तैयारी शुरू की गई है. सन 2019-2020 में शिक्षक योग्यता परीक्षा हुई थी. इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर हेराफेरी होने का मामला उजागर हुआ था. इसके बाद खलबली मच गई थी. इसी में सन 2019- 20 इस शैक्षणिक सत्र में पैसे देकर जिले के 9 लोगों ने शिक्षक योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाणपत्र हासिल किया.  जिसमें से 2 लोगों ने शिक्षक के रूप में नौकरी हासिल की है.

    राज्य में टीईटी फर्जी प्रमाणपत्र लेने वाले 7874

    सन 2019-2020 में टीईटी परीक्षा में हेराफेरी  का खुलासा हुआ. परीक्षा का परिणाम 28 अगस्त 2020 को घोषित किया गया था. परीक्षा परिषद के संकेत स्थल पर यह परिणाम घोषित किया गया था. इसमें 16 हजार उम्मीदवार पात्र ठहराए गए थे. इसमें से अनेक उम्मीदवार यह धांदली  कर पास होने की बात सामने आई थी. इसके साथ ही अब 2013 से शिक्षण योग्यता परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की पड़ताल की जा रही है. संपूर्ण राज्य में 7874 शिक्षक टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्र वाले मिले है.

    सायबर पुलिस द्वारा जांच 

    सायबर पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आई है. इसमें 7 हजार 874 उम्मीदवार हेराफेरी में शामिल थे. इन सभी शिक्षकों की सूची भी परीक्षा परिषद ने घोषित की है. शिक्षक योग्यता परीक्षा घोटाला प्रकरण सामने आने के बाद एक से बढ़कर एक सनसनी खेल बातों का खुलासा हुआ. टीईटी में अपात्र साबित होने वाले 7 हजार 874 परीक्षार्थियों ने पैसे देकर परीक्षा पास करने की बात सामने आई थी. जिससे इन उम्मीदवारों के खिलाफ परीक्षा परिषद ने बड़ी कार्रवाई की है.

    480 पृष्ठ का आदेश  

    टीईटी में हेराफेरी हुई है. इसके लिए महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद ने एक 480 पृष्ठ का आदेश जारी किया है. विशेष बात यह है कि परिषद ने 7 हजार 880 उम्मीदवारों की सूची घोषित की है. इसमें 6 लोगों के नाम 2 बार आए है. परीक्षा देने वाले यह उम्मीदवार अब कभी भी परीक्षा नहीं दे सकेंगे. जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी उनकी परीक्षा रद्द की गई है. जिनकी नियुक्ति हुई है उनकी नियुक्तियां रद्द की जाएगी. शिक्षक योग्यता परीक्षा में पैसे देकर प्रमाणपत्र लेने वालों में गोंदिया जिले के 9 लोग शामिल हैं.