गोंदिया. गोंदिया मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग स्टॉफ के पद रिक्त होने से यहां पर कार्यरत नर्सों को काम का अतिरिक्त बोझ होने से वे विभिन्न समस्या से परेशान हैं. कई बार नर्सिंग के पद भरने की मांग की गई है. फिर भी अनदेखी की जा रही है. बताया जा रहा है कि, मेडिकल कॉलेज के नियंत्रण में जिला सामान्य अस्पताल व जिला महिला अस्पताल आने से वहां पर भी मेडिकल कॉलेज की नर्सिंग स्टॉप को सेवा देनी पड़ रही हैं. उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज में 282 नर्सिंग के पद रिक्त हैं जिसे भरा नहीं गया है जबकि इस संदर्भ में कई बार नर्सों ने हड़ताल की लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला.
गोंदिया मेडिकल कॉलेज शुरू होते ही यहां 431 नर्सिंग पद भरने की मंजूरी शासन द्वारा दी गई थी. जिसमें अधिसेविका-1, सहायक अधिसेविका-1, परिसेविका-50, सार्वजनिक आरोग्य परिचारिका-4 व अधिपरिचारिका-375 पदों का समावेश है लेकिन प्रत्यक्ष रूप में 431 पदों की भर्ती न करते हुए मात्र 149 ही पदों पर भर्ती की गई है. जिसमें सहायक अधिसेविका का पद रिक्त है. परिसेविका के 34, सार्वजनिक आरोग्य परिचारिका का 1, व अधिपरिचारिका के 246 इस प्रकार कुल 282 पद अभी भी रिक्त पड़े है.
जिस कारण यहां अस्पताल में कार्यरत 149 नर्सों को अतिरिक्त काम कर मरीजों की सेवा करनी पड़ रही है. इमरजेंसी सेवा होने के कारण उन्हें समय पर अवकाश नहीं दिया जाता. जिस कारण नर्सिंग स्टॉप पर काम का अतिरिक्त बोझ होने से वे विभिन्न समस्या से परेशानी हो रही हैं. इस ओर स्वास्थ्य विभाग को गंभीरता से ध्यान देकर रिक्त पदों को भरने की मांग की जा रही है.
डीन डॉ. अपूर्व पावडे ने बताया कि पदनिर्मिती के अनुसार पद भरे जाने चाहिए, इस संदर्भ में समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है. रिक्त पद होने से कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ कर्मचारियों के माध्यम से निरंतर सेवा दी जा रही है. 431 पदों में से 149 पद भरे हुए हैं. वहीं 282 पद रिक्त हैं. जिसकी जानकारी प्रशासन को दी जा चुकी है.