गोंदिया. तिरोड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम चुरडी में एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत के प्रकरण में असली हत्यारा कौन है ? इसमें घर के या बाहर वाले व्यक्ति शामिल हैं ऐसा सवाल पुलिस के समक्ष उपस्थित हो गया है. एक ही परिवार के रेवचंद बिसेन व मालता बिसेन यह पति-पत्नी तथा पौर्णिमा व तेजस इन दो भाई-बहन इस तरह 4 लोगों के शव पाए गए थे.
तीनों के सिर पर किए गए प्रहार के घाव हैं वहीं रेवचंद बिसेन की फांसी के अलावा अन्य किसी तरह के निशान दिखाई नहीं दिए हैं. इस कारण जांच प्रक्रिया में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड रही है. लोहे की भारी वस्तु से प्रहार कर मालता, पूर्णिमा व तेजस की अमानवीय तरीके से हत्या की गई. जबकि रेवचंद के शरीर पर कोई जख्म नहीं था.
उसके कपड़े पर खून के धब्बे थे. जांच के दौरान श्वान पथक भी बुलाया गया जो खोज के दौरान घर में ही घूमता रहा. इसके बाद वह रेवचंद के शव को देखकर भोंकने लगा. ग्रामीण उप अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी ने चारों के शव का पोस्टमार्टम अहवाल देकर 3 की मृत्यु गहरी मार से व रेवचंद की फांसी लगने से मृत्यु होने की बात कही है. रेवचंद के शरीर पर कोई जख्म नहीं था. जिससे पूर्व में तीनों की हत्या कर कहीं रेवचंद ने आत्महत्या तो नहीं कर ली इसे लेकर भी पुलिस पूरा ध्यान केंद्रीत किए हुए है. घर में लूटपाट व हाथापाई के भी कोई के कोई संकेत नहीं दिखे. इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हत्याकांड के संदर्भ में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है.
जांच को मिलेगी गति
जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे ने घटना स्थल को स्वयं भेंट देकर निरीक्षण किया. उन्होंने पत्रकारों को कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया लेकिन जांच शुरू होने की बात उन्होंने कही. घटना स्थल की संपूर्ण स्थिति, श्वान पथक से मिले संकेत व वैद्यकीय अहवाल को ध्यान में रखकर हत्यारे बाहर के नहीं होने की पुष्टी भी हो रही है. इसके बावजूद पुलिस हर बिंदु पर बारीकी से जांच कर रही है. इसमें उचित व ठोस निष्कर्ष तक पहुंचने के बाद ही आरोपियों के नाम का खुलासा होने की संभावना है. जांच पुलिस निरीक्षक योगेश पारधी कर रहे हैं.