2 arrested in cheating case
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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    गोंदिया. नौकरी दिलाने का झांसा, रुपये डबल करने, लोन व इनाम जीतने आदि के लालच में लोग धोखाधड़ी के शिकार हो जाते है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. 30 लाख रु. दिलाने का लालच देकर यहां की एक संस्थाचालक महिला से आठ लाख रु. की ठगी की गई. ठगों ने महिला को नोटों की गड्डी देने के बजाय कागज की रद्दी थमा दी और रु. लेकर चंपत हो गए. घटना 26 अप्रैल को नांदेड के विष्णुपुरी स्थित शासकीय अस्पताल परिसर में घटी. पीड़ित की शिकायत पर नांदेड़ ग्रामीण पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

    जानकारी के अनुसार गोंदिया शहर के रामनगर, दीनदयाल वार्ड की सामाजिक कार्यकर्ता सुनंदा महेंद्र रामटेके एक शैक्षणिक संस्था चलाती हैं. एक व्यक्ति जिसने अपना नाम अशोक पाटिल बताते हुए पहले उससे पहचान बढ़ाई और उसका मोबाइल नबंर प्राप्त कर लिया तथा मोबाइल पर संपर्क कर उसने रामटेके को उनकी संस्था को 30 लाख रु. डोनेशन दिला देने की बात कही. उसने रामटेके से कहा कि अगर डोनेशन प्राप्त करना चाहते हैं तो 8 लाख रु. देने होंगे. इस दौरान हुई चर्चा में रामटेके उनके झांसे में आ गईं और रु. देने को तैयार हो गई और पाटिल को नागपुर आने को कहा लेकिन उसने मना कर उसे ही नांदेड़ आने का संदेश दिया.

    इसके अनुसार रामटेके रु. लेकर नांदेड़ पहुंच गई और पाटिल से संपर्क किया. पाटिल ने उसे विष्णुपुरी के सरकारी अस्पताल के पास आने के लिए कहा. कुछ देर में वह वहां पहुंच गई जहां अशोक पाटिल ने अपना परिचय दिया, तब उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था. उन्हें रामटेक ने 8 लाख रु. (500 रु. के 1600 नोट) दे दिए. यह रकम लेने के बाद पाटिल ने 30 लाख रु है कहकर एक बड़ा बंडल जिसके ऊपर 500 रु. के नोट दिखाई दे रहे थे रामटेके को सौंप दिया और जल्दबाजी में वहां से चलते बने.

    रामटेके ने रबर से बंधा बंडल को खोला और देखा तो उसमें नोटबुक के पन्ने थे जिसे खाकी रंग की सेलोटेप से पैक किया गया था, जिसके ऊपर दिखावे के लिए नोट चिपके हुए थे. यह देख रामटेके को समझ में आ गया कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है. वह नांदेड़ ग्रामीण थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जहां घटना हुई उस परिसर के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. जांच पुलिस उपनिरीक्षक महेश कोरे कर रहे हैं.