अतिवृष्टि से फसल प्रभावित

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    तिरोड़ा: मानसून प्रारंभ होते ही तहसील व संपूर्ण गोंदिया जिले में लगातार बारिश हो रही है. जुलाई माह में लगभग 8 से 10 दिनों तक परिसर में लगातार मूसलाधार बारिश होने से किसानों द्वारा बनाई गई खेतों की नर्सरी पानी में डुब गई. बहुत अधिक समय तक पानी में डुबे रहने से वह नर्सरी सड़ने लगी. ऐसी नर्सरी से रोपाई करने से धान फसल का उत्पादन बिल्कुल भी नहीं होगा. लेकिन किसान जिन्होंने पहले से ही बीजाई कर्ज से ली थी वे अब और कर्ज लेकर पुन: धान फसल की नर्सरी लगाने की हालत में नहीं है.

    फिर भी कुछ किसानों ने बड़े हिम्मत के साथ पुन: अपने खेतों में रोपाई कराई लेकिन 9, 10 व 11 अगस्त को लगातार हुई मूसलाधार बारिश से इस बार की भी बुआई खराब हो गई. 9 व 10 अगस्त को परिसर में बारिश इतनी जोरदार हुई की नदी, नाले व तालाब के किनारे के ग्रामों के अनेक मकान गिर गए. कई जानवर भी बह गए.

    किसानों द्वारा खेतों में लगाए गए वाटर पंप व पाईप बह गए. रोपाई अधिक समय तक पानी में डुबी रहने से वह सड़ गई. धान के रोपाई के डंठल भी नहीं बचे. जून से लेकर जुलाई माह तक जो भी लागत खेती पर किसान ने लगाई थी वह पुरी तरह से पानी में बह गई. जबकि  धान फसल को अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है लेकिन यह पानी रूक रूक कर मिलना चाहिए था जो एक साथ आने से फसल बर्बाद हो गई.