गोंदिया. फिलहाल किसान अपने कृषि के काम में लगा हुआ है, उर्वरक की बढ़ी हुई कीमत से किसानों की आर्थिक गणित बिगड़ने की संभावना है. फिलहाल जिले में बुआई का काम तेजी से चल रहा है. मौसम विभाग ने इस साल समय पर बारिश होने की भविष्यवाणी की थी, इसलिए किसानों ने खरीफ सीजन की शुरुआत जोरशोर के साथ की थी लेकिन जून के महीने में बारिश नहीं हुई.
जुलाई के महीने में भारी बारिश के चलते किसानों ने बुआई शुरू कर दी है और कईयों ने बुआई पूरी भी कर ली है. अब किसान रासायनिक खाद खरीदने की व्यवस्था कर रहे हैं.उर्वरक की कीमत में औसतन 15 से 17 प्रश. की वृद्धि हुई है, इसलिए किसानों की आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी. डीएपी उर्वरक के 50 किलोग्राम बैग की कीमत अब 1,900 रु. हो गई है. पिछले साल इस बैग की कीमत 1300 रु. थी. इससे पहले इसी खाद की कीमत 1175 रुपये थी.