गोंदिया. जिले सहित राज्य के अनेक क्षेत्रों में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की धान मलनी को विलंब होने से अब भी धान खेतो में ही है. जिससे अनेक किसान धान बिक्री से वंचित रह गए है. इसके लिए किसानों की धान खरीदी की ऑनलाइन प्रक्रिया को एक महीने की अवधि बढ़ाकर दें ऐसी मांग किसानों सहित जनप्रतिनिधियों ने की थी.
जिले में अब भी अनेक किसानों के धान की बिक्री नहीं हुई है. इस बात को ध्यान में रखकर राज्य शासन ने ऑनलाइन धान खरीदी प्रक्रिया को 8 फरवरी तक अवधि बढ़ा दी है. इसी तरह 8 फरवरी के बाद अवधि बढ़ाना आवश्यक होने व एजेंट संस्थाओं की खात्री होने पर वैसा अहवाल 4 फरवरी तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है.
जिले में सतत बेमौसम बारिश, हवा तूफान आने से अनेक किसानों की धान की मलनी समय पर नहीं हो सकी है. जिससे उन्हें धान की बिक्री करना संभव नहीं हो सका है. कहीं कहीं पर अब भी धान की मलनी शुरू है. वहीं अनेक किसानों के धान खेत में ही पड़े है. जिससे ऐसे किसानों को धान बिक्री के लिए मिनीमम एक महिने का अवसर मिले इसके लिए धान खरीदी की ऑनलाइन प्रक्रिया को एक महिने की अवधि दी जाए ऐसी मांग किसानों व जनप्रतिनिधियों ने की थी. इस मांग का आधार लेकर राज्य के खाद्य आपूर्ति व नागरी संरक्षण मंत्री छगन भुजबल, आदिवासी विकास मंत्री के.सी. पाडवी सहित मंत्रिमंडल के अनेक मंत्रियों ने ऑनलाइन धान खरीदी प्रक्रिया की अवधि बढ़ाकर देने का निर्णय लिया है.
उल्लेखनीय है कि 31 जनवरी यह धान खरीदी की अंतिम तारीख थी. जिले में अब तक अनेक किसान धान बिक्री से वंचित है. इस निर्णय से उन किसानों को लाभ मिलेगा. जिले में आदिवासी विकास महामंडल तथा जिला मार्केटिंग फेडरेशन के माध्यम से संचालित आधारभूत गारंटी भाव धान खरीदी केंद्रों द्वारा किसानों से धान खरीदी की जाती है. धान खरीदी की अवधि बढ़ा दी गई है. लेकिन संस्था संचालकों की समस्या अब भी कायम है.
इसके अलावा गोदाम से धान अब तक नहीं उठाया गया है. इसी तरह बोनस का प्रश्न कायम है. इन सभी समस्या का निवारण होने के बाद ही सही अर्थो में किसानों को गारंटी भाव का लाभ मिलेगा.
इस संबंध में जिला मार्केटिंग फेडरेशन के सहायक अधिकारी बिसने ने बताया कि शासन से 31 जनवरी को शाम 7 बजे आदेश प्राप्त हुआ है. जिसमें धान खरीदी करने की प्रक्रिया 8 फरवरी तक बढ़ा दी है.
धान खरीदी का लक्ष अपूर्ण
खरीफ मौसम 2021-22 में 1 अक्टुबर 2021 से 31 जनवरी 2022 इस अवधि में राज्य में केंद्र सरकार ने 1 करोड़ 60 लाख क्विंटल धान खरीदी करने का लक्ष निर्धारित किया था. जबकि 31 जनवरी 2022 तक खरीदी का लक्ष पूर्ण नहीं हुआ है. जिससे 8 दिनों की अवधि बढ़ा दी गई है. जिले में अब तक अनेक किसानों के धान की बिक्री नहीं हुई है. इतना ही नहीं यह समय भी कम पड़ेगा. ऐसी स्थिति दिखाई दे रही है.