मजीतपुर आश्रम शाला के मुख्याध्यापक व शिक्षक निलंबित

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    गोंदिया. महाराष्ट्र राज्य के पहाड़ी व दुर्गम क्षेत्र में रहने वाले अनुसूचित जमाति के सामाजिक व शैक्षणिक प्रगती होने के लिए सन 1972-73 से क्षेत्र का विकास करने का दृष्टिकोण स्वीकार किया गया. ऐसे क्षेत्रों का समुचित विकास हो और उसका लाभ जरूरतमंदों को मिले इसके लिए मूल केंद्र स्थान के रूप में आश्रम शाला हो इन शालाओं में आदिवासी विद्यार्थियों की कक्षा 12वीं की व्यवस्था तक शिक्षण की महाराष्ट्र शासन ने सुविधा की है.

    इसी श्रृंखला में गोंदिया तहसील अंतर्गत मजीतपुर में आदिवासी विभाग की माध्यमिक व उच्च माध्यमिक निवासी आश्रम शाला नियमित रूप से शुरू है. सत्र 2022-23 में विद्यार्थियों को क्रीडा अंक मिले इसके लिए 22 से 24 सितंबर तक 3 दिवसीय क्रीडा स्पर्धा का आयोजन आदिवासी आश्रम शाला में किया गया. इस क्रीडा स्पर्धा के लिए मजीतपुर से उच्च माध्यमिक गट के 120 विद्यार्थी शामिल हुए. इस स्पर्धा में शामिल विद्यार्थियों की संपूर्ण जिम्मेदारी मुख्याध्यापक व संबंधित क्रीडा शिक्षक की थी लेकिन मजीतपुर स्थित मुख्याध्यापक एस.के.थूलकर व क्रीडा शिक्षक एन.टी.लिल्हारे द्वारा स्पर्धा में शामिल विद्यार्थियों को लाने ले जाने के लिए बस की सुविधा करना जरूरी था. लेकिन मुख्याध्यापक ने बस की व्यवस्था करने के बजाए निजी मिनी माल वाहक 407 की व्यवस्था की.

    24 सितंबर को क्रीडा स्पर्धा समाप्त होने के बाद इन 120 विद्यार्थियों को इस मालवाहक वाहन में जानवरों की तरह भरकर लाया. जिससे विद्यार्थियों का दम घुटने लगा व एक के बाद एक 12 विद्यार्थियों की तबीयत बिगड़ गई.  उन्हें एकोड़ी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भरती किया गया. जिसमें से 3 छात्राओं को गोंदिया के केटीएस जिला सामान्य अस्पताल में लाया गया. 

    जानकारी मिलते ही विधायक विजय रहांगडाले ने तत्काल आश्रम शाला में पहुंचकर लापरवाही बरतने वाले दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई करने के लिए आदिवासी विकास विभाग के अपर आयुक्त को सुचित किया. उसके चलते अपर आयुक्त ने विधायक की शिकायत पर मुख्याध्यापक थूलकर व क्रीडा शिक्षक लिल्हारे को तत्काल निलंबित कर दिया. 

    पालकमंत्री द्वारा  जांच के आदेश

    मजीतपुर स्थित आदिवासी आश्रम शाला के विद्यार्थियों को मिनी मालवाहक में बिठाकर यात्रा करने वाली इस गंभीर घटना पर हस्तक्षेप कर जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने जांच के आदेश दिए है. इसके साथ ही जिला शल्य चिकित्सक व जिला स्वास्थ्य अधिकारी से मोबाइल पर संपर्क साधकर विद्यार्थियों को तत्काल उपचार दिलाने के निर्देश दिए.

    एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प अंतर्गत मजीतपुर स्थित आश्रम शाला के विद्यार्थियों को क्रीडा स्पर्धा में हिस्सा लेने के लिए तिरोडा तहसील के बड़ेगांव परिसर की कोयलारी स्थित आश्रम शाला में ले जाया गया था. स्पर्धा समाप्त होने के बाद लौटते समय मालवाहक में भरकर लाते समय कुछ विद्यार्थियों की तबीयत बिगड़ गई. इसकी जानकारी पालकमंत्री  को सोशल मीडिया पर मिली. जिससे उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए है. 

    आदिवासी विकास विभाग के अपर आयुक्त ने की कार्रवाई

    आदिवासी विकास विभाग नागपुर के अपर आयुक्त रविंद्र ठाकरे ने 25 सितंबर को एक आदेश जारी कर जिले की मजीतपुर स्थित शासकीय माध्यमिक आश्रम शाला में कार्यरत मुख्याध्यापक एस.के.थूलकर व क्रीडा शिक्षक एन.टी. लिल्हारे को निलंबित कर दिया. इस संबंध में दो अलग अलग आदेश जारी किए गए है. जिसमें आदिवासी प्रकल्प विभाग देवरी के 12 सितंबर 2022 के आदेशानुसार केंद्र स्तरीय प्रकल्प क्रीडा स्पर्धा शासकीय माध्यमिक आश्रम शाला कोयलारी में 22 से 24 सितंबर तक आयोजित की गई थी.

    स्पर्धा समाप्त हो जाने के बाद विद्यार्थियों को वापस ले जाते समय यात्रा क्षमता की जांच किए बिना 120 विद्यार्थियों को एक मिनी मालवाहक 407 में बिठाकर कोयलारी से मजीतपुर लाया गया. अधिक विद्यार्थी एक साथ  होने से उनका दम घुट गया. जिससे शिवानी हेमलाल चुलपार कक्षा 12वीं, पुनम ज्ञानीराम वट्टी कक्षा 10वीं व भवनेश्वरी सहेसराम उइके कक्षा 12वीं की छात्रा बेहोश हो गई. जिन्हें गोंदिया के शासकीय अस्पताल में भरती किया गया. इसमें जिन पर क्रीडा स्पर्धा के लिए समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उन्होंने अपने कर्तव्य का निर्वाह नहीं किया. जिससे आदिवासी विकास विभाग नागपुर यह महाराष्ट्र नागरी सेवा (अनुशासन व अपील) नियम 1979 की धारा 4 (1) नुसार निलंबित किया गया है.