ST Strike
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    गोंदिया. राज्य परिवहन निगम को राज्य शासन में विलिन करें इस मांग के लिए महीनों से रापनि कर्मचारियों का आंदोलन शुरू है. इसकी वजह से पिछले 3 माह से लालपरी डिपो में खडी हैं. इसका असर निगम पर पड़ रहा है. वहीं सर्वसामान्य यात्रियों को निजी वाहनों से यात्रा करते समय अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है.

    लेकिन मांग जब तक पुर्ण नहीं होती तब तक आंदोलन शुरू रहेगा. ऐसी भूमिका कर्मचारियों ने अपना रखी है. जिससे निगम ने अनुबंध पर चालक लेकर एसटी शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके अनुसार डिपो ने अनुबंध पर चालक व परिचालक लिए है. लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है.

    इसमें अब निगम ने यातायात नियंत्रकों को परिचालक व यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों को चालक के रूप में काम पर लेने का आदेश निकाला है. इसके लिए जिले के गोंदिया व तिरोड़ा डिपो ने तैयारी शुरू कर दी है. इसमें अब केवल आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है. इसके बाद यातायात नियंत्रक व यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी.

    यह प्रमोशन की डिमोशन

    कर्मचारियों के आंदोलन से जनता को अधिक परेशानी होती है. जिससे लोग भी अब एसटी शुरू करने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में जनता की समस्या हल होना जरूरी है, उस दृष्टि से उपलब्ध मनुष्य बल में से ही यह नियोजन किया गया है. निगम ने यह अस्थायी सुविधा की है. जिससे इसमें प्रमोशन या डिमोशन का सवाल ही नहीं उठता है. ऐसा रापनि प्रशासन का कहना है.

    निवृत्त कर्मचारियों की योजना फेल

    कर्मचारियों के आंदोलन पर जाने से एसटी डिपो में खड़ी है. इस स्थिति से निपटने के लिए सेवानिवृत्त कर्मचारियों को काम पर लेने की निगम की योजना थी. लेकिन जिले के दोनों डिपो के सेवानिवृत्त कर्मचारी आए नहीं है. जिससे चालक बाहर से लेने पड़े है. इसमें सेवानिवृत्त कर्मचारियों की योजना फेल हो गई है.

    300 रू. अतिरिक्त भत्ता मिलेगा

    राज्य परिवहन निगम को संकट से बाहर निकालना जरूरी  हो गया है. इसके लिए निगम ने यह प्रयोग हाथ में लिया है. इसमें चालक व परिचालक की नियुक्ति की जाने वाले यांत्रिक कर्मचारी व यातायात नियंत्रक को 300 रु. अतिरिक्त भत्ता दिया जाएगा. याने उन्हें वेतन छोड़कर साथ ही हर दिन 300 रु. भत्ता जोड़कर दिया जाएगा.

    यह स्थायी नियोजन

    इस संबंध में रापनि की गोंदिया डिपो प्रमुख ने बताया कि एसटी बंद होने से सर्वसामान्य नागरिकों को अत्याधिक समस्या हो रही है. जिससे नागरिकों की समस्या हल करना जरूरी है. इस दृष्टि से निगम ने उपलब्ध मनुष्य बल से ही यह नियोजन किया है. निगम का यह  कदम अस्थायी है.