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    गोंदिया.  महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत शुरू काम पर मजदूरों की उपस्थिति अब एप पर दर्ज की जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने नेशनल मॉनिटरिंग सिस्टम यह मोबाइल एप्लिकेशन विकसितय किया है. जिससे नरेगा के शुरू होने वाले साईट पर कामों की उपस्थिति हाजरी इस एप्लिकेशन पर दर्ज की जाएगी.

    रोगायो के काम पर देखरेख रखकर हाजरी दर्ज करने के लिए गांव स्तर पर रोजगार सेवकों की नियुक्ति की गई है. इसके बावजुद उस हाजरी में गड़बड़ी होती है. जिससे शासन की निधि में हेराफेरी हो रही थी. इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए यह नया एप विकसित किया गया है. इसके माध्यम से रोहयो की मजदूरी में गड़बड़ नहीं होगी और जो काम करेगा उसे ही मजदूरी मिलेगी.

    जिले में 40 लाख मनुष्य दिवस काम

    जिले में हर वर्ष रोगायो के मजदूरों का पंजीयन किया जाता है.  जिले में अब तक मनरेगा के माध्यम से 40 लाख मनुष्य दिवस काम किए गए है. जिले में फिलहाल पंजीबद्ध एक्टिव मजदूरों की संख्या 2 लाख के लगभग है. इन मजदूरों की मांग अनुसार 100 दिन का रोजगार देना कानूनन अनिवार्य है.

    800 मजदूरों को 100 दिन काम

    मांगेगा उसे 100 दिन काम देने का आश्वासन रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत दिया गया है. जिले में मनरेगा अंतर्गत 100 दिन काम करने वाले मजदूरों की संख्या 800 है. रोगायो के माध्यम से अपनी आजीविका इन मजदूरों द्वारा चलाई जा रही है.

    मजदूरों की अब ऑनलाइन हाजरी

    रोगायो के काम के लिए पंजीयन करने के बाद प्रत्यक्ष काम पर जाना उस मजदूर को आवश्यक है. सतत 3 वर्ष काम करने के बाद उसका एक्टिव मजदूर में समावेश होता है. इस संदर्भ में जागृती की जरूरत है. मजदूरों की अब ऑनलाइन हाजरी मोबाइल एप्लिकेशन में जिस स्थान पर रोगायो के काम शुरू है उसी स्थान पर लोकेशन सहित ऑनलाइन हाजरी ली जाती है. इस पर क्रियान्वयन इस वर्ष से जिले में होगा.

    क्या है नया एप्लिकेशन

    नरेगा कार्य स्थल पर मजदूरों की प्रत्यक्ष उपस्थिति समझ लेने के लिए एनएमएमएस एप विकसित किया गया है. इसमें जीओ टॅग किए प्रत्यक्ष काम के छायाचित्र सेव होते है.

    उपजिला कार्यक्रम समन्वयक

    इस संदर्भ में मनरेगा के उप जिला समन्वयक दिनेश हरिणखेडे ने बताया कि रोगायो में अब एरिया ऑफिसर मॉनिटरिंग एप विकसित किया गया है. इससे अधिकारियों को उसका निष्कर्ष ऑनलाइन रिकार्ड निकालते आ सकेगा. एप फिल्ड व पर्यवेक्षिय अधिकारियों से जांच के रिकार्ड अच्छी तरह रखकर उसे व्यवस्थित  करने में मदद मिलेगी.