Police Recruitment

    Loading

    गोंदिया. शासन द्वारा राज्य में मेघा की भर्ती कर रही है और इसमें भी बड़ी संख्या में पुलिस भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.  जिले में 2 से 19 जनवरी तक पुलिस भर्ती प्रक्रिया संचालित हुई.  जिसमें 18 दिन  की इस अवधि में  14 हजार 64 उम्मीदवारों  को बुलाया गया  और 11 हजार 281 मैदानी क्षमता परखी गई. उनमें  9 हजार 353 उम्मीदवारों ने आगे की प्रक्रिया के लिए क्वालीफाई किया है.

    जिला पुलिस बल में 22 चालक व 172  कांस्टेबल सहित 194 पदों के लिए 2  से 19 जनवरी तक पुलिस भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई थी. इसके प्रथम चरण में दस्तावेज सत्यापन, पैरामीटर व मैदानी टेस्ट ली गई. इसमें जिला पुलिस विभाग को  चालक के 22 पदों के लिए 1 हजार 41 व कांस्टेबल  के 172 पदों पर 13 हजार 635 इस प्रकार   कुल 194 पदों के लिए  14 हजार 694 आवेदन प्राप्त थे. इस बीच करंजा स्थित पुलिस मुख्यालय के मैदान में 2 जनवरी से भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई. 

    जिसमें पहले राउंड में चालक व दूसरे  में महिला उम्मीदवारों तथा 10 जनवरी से सभी उम्मीदवारों को टेस्ट परीक्षा के लिए बुलाया गया  था. 2 से 19 जनवरी तक चली  प्रक्रिया में जिले में आवेदन करने वाले सभी 14 हजार 694 उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए बुलाया गया था. जिनमें से 11 हजार 281 इस प्रक्रिया में शामिल हुए. उनके  डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के साथ ऊंचाई-छाती माप, गोला फेट, दौड़, और अन्य फील्ड टेस्ट ली गई.  इसमें 9 हजार 353 उम्मीदवार  क्वालीफाई हुए.  

    3 हजार 413 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित 

    जिले में पुलिस  भर्ती प्रक्रिया का युवा वर्ग बेसब्री से इंतजार कर रहा था. इस बीच सरकार के निर्णय के अनुसार उक्त प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी. जिला पुलिस विभाग को 194 पदों पर 14 हजार 694 आवेदन प्राप्त हुए थे और  सभी उम्मीदवारों चरणबध्द तरीके से परीक्षा के लिए बुलाया गया.उसमें  11 हजार 281 उम्मीदवार प्रक्रिया में शामिल हुए जबकि 3 हजार 413 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. 

    1928  अपात्र  घोषित

    पुलिस भर्ती प्रक्रिया के दौरान जिले में 11 हजार 281 परीक्षार्थी क्वालीफाई कर चुके हैं. जबकि  कई इस भर्ती के लिए आवेदन करने के बाद भी अनुपस्थित रहे. वहीं इसमें शामिल होने वालों में से कुछ को असफलता का मुंह देखना पड़ा. ऐसे परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए परीक्षा में शामिल होने वाले 1 हजार 928 अभ्यर्थियों को अपात्र  घोषित करने से वापस लौटना पड़ा.