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    • ससुर की मृत्यु : पत्नी व बेटे की स्थिति चिंताजनक

    गोंदिया.  शहर के रामनगर थानांतर्गत आने वाले सुर्याटोला क्षेत्र में नाराजगी की वजह से एक दामाद ने अपने ससुराल में देर रात आकर अपनी पत्नी, बेटे व ससुर को पेट्रोल छिडक कर जिंदा जला दिया. जिसमें लकवे से ग्रस्त ससुर की खटिया पर ही झुलसकर मौत हो गई तथा पत्नी और बेटा 90 प्रश. झुलसी हुई अवस्था में उपचार के लिए नागपुर रेफर किए गए हैं. जहां उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई हैं. परिजनों का आरोप है कि घटना को सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है  तथा एक दिन पूर्व आरोपी घर आया था व अगली ही रात घटना को अंजाम दे दिया. 

    घटना को अंजाम देने के बाद तिरोड़ा तहसील के ग्राम भिवापुर निवासी आरोपी दामाद किशोर श्रीराम शेंडे (40) फरार हो गया. गनीमत यह रही की इस हमले सें सास बच गई. क्योंकि वह निर्माणाधीन मकान में पडे लोहा, सीमेंट, रेती की रखवाली करने के लिए पडोस के घर में सोई थी. घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि रोज-रोज की घरेलू कलह और मारपीट से तंग आकर आरोपी की पत्नी आरती (35, निवासी भिवापुर ता.तिरोडा) यह अपने 5 वर्षीय बेटे जय के साथ ससुराल छोड मायके में आ गई तथा गत तीन चार माह से वह मायके में रह रही थी और एक अस्पताल में काम कर रही थी.

    घटना बुधवार रात 1 बजे की बताई जाती है. जहां सुर्याटोला पावर हाउस से कुछ दूरी पर रेल पटरी के निकट एक कच्चे मकान से आग की लपटें उठती पडोसियों ने देखी. जिसकी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को देते आस-पडोस के लोग पानी का छिडकाव कर आग बुझाने में जुट गए, इस दौरान चारों तरफ चीख-पुकार मची थी.

    रामनगर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, मकान बुरी तरह जल चुका था. छपरी में सोए लकवा ग्रस्त देवानंद मेश्राम (52) की मृत्यु हो चुकी थी तथा मकान के भीतर मूर्छित अवस्था में पडे आरती और जय को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. जहां से उन्हें नागपुर रेफर कर दिया गया. घटनास्थल से एक पेट्रोल डबकी बरामद हुई है.

    मृतक देवानंद की पत्नी ममता का कहना है कि दामाद ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है. इस प्रकरण को लेकर रामनगर के थानेदार संदेश केंजले ने बताया मृतक देवानंद पैरालिसिस का शिकार था तथा बातचीत करने में सक्षम नहीं था और बेड पर ही बीमार अवस्था में पडा रहता था तथा उसकी पत्नी घटना की रात पडोस में गई थी.

    गंभीर झुलसी आरती का अपने पति से विवाद  चल रहा था. लेकिन वह गत तीन चार माह से मायके में रह रही थी, उसकी अवस्था चिंताजनक होने से वे कुछ बता नही रही है.  मामले के हर पहलू से जांच जारी है, फिलहाल धारा 174 आकस्मिक मृत्यु का मामला पंजीबद्ध किया गया है, संदेह के आधार पर खोजबीन शुरू है.