विद्युत प्रवाह से सारस जोड़े की मृत्यु, गोंदिया की धरा पर दम तोड़ रहे सारस

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    गोंदिया. जिला मुख्यालय से 20 किमी. दूर कामठा परीसर में 22 नवंबर को सारस पक्षी का जोड़ा मृत पाया गया जिससे पक्षी प्रेमियों के साथ ही जिला प्रशासन में खलबली मच गई. उल्लेखनीय है कि गोंदिया के  परसवाड़ा / झिलमिली तालाबों पर विदेशी पक्षी तथा दुर्लभ कहे जाने वाले सारस के जोड़े हमेशा दिखाई देते हैं, लेकिन वे असुरक्षित हैं.

    इस घटना के संबंध में बताया गया कि सारस का यह जोड़ा 5 वर्ष पुराना है. जिसमें सारस पक्षी नर की लंबाई करीब 5 फीट 8 इंच व सारस पक्षी मादा की लंबाई 5 फीट 4 इंच है. यह सारस पक्षी का जोड़ा करीब 5 दिन पहले ही विद्युत प्रवाह से मृत्यु होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.

    इस क्षेत्र में वर्षों से विदेशी पक्षियों के साथ सारस की मौत हो रही है.  जहरीला भोजन, शिकार, बिजली करंट इन मृत्यु का कारण बताए जा रहे हैं. इसमें यह भी कहा जा रहा है कि पक्षी संवर्धन पर  लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, फिर भी वे असुरक्षित हैं. बताया गया कि 3 वर्षों में दासगांव में 2, परसवाड़ा में 1, पांजरा में 1 व कामठा में 22 दिसंबर को 2 सारस मृत पाए गए.

    विशेष बात यह है कि जिले के तत्कालीन जिलाधीश अभिमन्यु काले के मार्गदर्शन में सारस पक्षी संवर्धन व संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए गए. इतना ही नहीं सारस की दिन ब दिन हो रही मृत्यु को लेकर नागपुर हाईकोर्ट ने जिलाधीश को विशेष उपाय योजना करने के निर्देश भी दिए थे.