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गोंदिया. जिले में खरीप की तरह रबी धान की खरीदी सरकारी धान खरीदी केंद्र से की जाती है. इसके लिए जिला प्रशासन ने रबी के लिए कुल 166 धान खरीदी केंद्र स्वीकृत किए हैं. इनमें से 34 केंद्रों पर अब तक 64 हजार क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है.

जिले में रबी सीजन में 25 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई थी. किसानों को गारंटीकृत मूल्य से कम कीमत नहीं मिले, इसके लिए जिला पणन संघ व आदिवासी विकास महामंडल के अंतर्गत आने वाले सरकारी धान खरीदी केंद्र से धान की खरीद गारंटीकृत मूल्य पर की जाती है. रबी सीजन के धान की कटाई और मलनी का काम अब खत्म हो चुका है और किसान धान की मलनी कर बिक्री के लिए खरीद केंद्र पर ला रहे हैं. सरकार ने जिला पणन संघ को रबी सीजन में 13 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया है.

पणन संघ ने रबी सीजन में धान खरीदी के लिए कुल 166 धान खरीदी केंद्र स्वीकृत किए हैं. इन 34 धान खरीदी केंद्रों से अब तक 1400 किसानों से 64 हजार क्विंटल धान खरीदा जा चुका है. सरकारी धान खरीदी केंद्र पर धान बेचने के लिए सरकार के एनईएमएल पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य है. इसके लिए जिले में अब तक 68 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है. जिससे 31 मई रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख है. अगले दो-तीन दिनों में धान खरीदी केंद्र पर धान की आवक बढ़ने की संभावना है.

शिफारस से दी केंद्रों को मंजूरी

जिला पणन संघ द्वारा रबी सीजन के लिए करीब 65 नए धान खरीदी केंद्र स्वीकृत किए गए हैं. यह बताया गया है कि इनमें से कई संस्थाओं के पास गोदाम उपलब्ध नहीं हैं. लेकिन इसके बाद भी इन केंद्रों को मंजूरी दे दी गई है. इसलिए धान खरीदी केंद्रों को नियम से नहीं बल्कि शिफारस के आधार पर स्वीकृति दी गई है.

आदिवासी सेवा सहकारी संस्थाओं का बहिष्कार जारी 

जैसे ही सरकार ने धान की कमी को घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया है, धान खरीद2ने वाली सेवा सहकारी संस्थाएं मुश्किल में आ गई हैं. जिससे इन संस्थाओं ने धान में घाटे को पहले की तरह घटाकर 3 प्रश. किया जाए, नहीं तो वे तब तक धान नहीं खरीदेंगे. इसलिए आदिवासी विकास महामंडल के धान खरीदी केंद्र पर अभी तक धान खरीदी शुरू नहीं हो पाई है.