ठाकरे गुट के शिवसैनिकों ने किया सरकार और चुनाव आयोग का निषेध

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    वरणगांव : केंद्रीय चुनाव आयोग (Central Election Commission) ने शिवसेना (Shiv Sena) के चिन्ह (Symbol) और पार्टी को सरकार के दबाव में आकर शिंदे गुट (Shinde Faction) के सुपुर्द कर दिया है ऐसा आरोप लगाते हुए संविधान ओर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप शहर शिवसेना (ठाकरे गुट) (Thackeray Faction) ने लगाते हुए निषेध किया। असल शिवसेना किस गुट की और धनुष्य-बाण चिन्ह को चुनाव आयोग ने शिंदे गुट के हवाले कर दिया जिससे के नतीजे में शहर और तहसील के उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की शिवसेना ने इसके विरोध में तीव्रता दिखाते हुए नाराजी व्यक्त कर के सरकार और केंद्रीय चुनाव आयोग का निषेध किया। 

    बस स्थानक चौक में शहर और इलाके के उद्धव ठाकरे गुट के शिवसैनिक एकत्र आए और सरकार हमसे डरती है इसी को आगे करती है ऐसे नारे लगाए।  इस आंदोलन में जिला प्रमुख ने कहा कि चुनाव आयोग ने यह निर्णय राजनीतिक दबाव में आकर देश के संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटकर हत्या कर दी है। जनता इसका बदला लेने के लिए बेचैन है। गद्दारों को सबक सिखाने के लिए ठाकरे समर्थक तैयार हैं। सच्चे शिव सैनिक पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ रहे हैं और हमेशा रहेंगे। इस एकतरफा फैसले का तीव्र शब्दों में निषेध समाधान महाजन ने व्यक्त किया। 

    ठाकरे गुट के शिवसैनिक बड़ी संख्या में मौजूद

    इस मौके पर ललीत मुथा, ॲड. कैलास लोखंडे, निलेश महाजन, दीपक धांडे, विलास मुले, सुभाष चौधरी, चंद्रकात शर्मा, संतोष माली, अशोक शर्मा, हेमंत खबाईत, बबलु बर्हाटे, धनराज बाविस्कर आदि के साथ ठाकरे गुट के शिवसैनिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।