इन मुद्दों को लेकर धूलिया महानगरपालिका में शिवसेना का विरोध प्रदर्शन

    Loading

    धूलिया : शहर में शिवसेना (Shiv Sena) ने महानगरपालिका (Municipal Corporation) में जोरदार विरोध प्रदर्शन (Protests) करते हुए आरोप लगाया कि धूलिया महानगरपालिका के संपत्ति कर विभाग ने नगरनिगम क्षेत्र में बढ़े हुए 11 गांवों में 50,000 से अधिक गांवों के नागरिकों को कर में वृद्धि के संबंध में नोटिस जारी किया है। नागरिकों ने शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर नोटिस को आग लगा दी और महानगरपालिका कमिश्नर का घेराव किया गया। परिसीमन क्षेत्र के निवासियों को नोटिस देकर नागरिकों की आपत्ति भी मांगी गई है। सख्ती के साथ लगाया गया ये टॅक्स पूरी तरह से गलत है। धूलिया महानगरपालिका क्षेत्र में 11 गांवों को शामिल किया गया है। 

    जन आंदोलन शुरू करने की धमकी

    पिछले 5 वर्षों से ये सभी क्षेत्र, यहां के सैकड़ों कॉलोनी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र सड़क, नालियां, स्ट्रीट लाइट, घड़ियां आदि से वंचित हैं। धूलिया जिले के कई आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सारी सुविधाओं का निर्माण किया गया। लेकिन यह क्षेत्र अभी भी विकास से कोसों दूर है। अभी भी धूलिया महानगरपालिका विकास के कामों को लेकर इस क्षेत्र में नहीं पहुंचा है। इसलिए सीमांकन क्षेत्र के नागरिकों को दिया गया नोटिस वापस लिया जाए और नए और पारदर्शी तरीके से टैक्स लगाया जाए। इस मांग को लेकर शिवसेना की ओर से महानगरपालिका कमिश्नर देवीदास टेकाले को धूलिया महानगरपालिका के खिलाफ जन आंदोलन शुरू करने की धमकी दी गई थी। 

    बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद 

    इस अवसर पर वलवाड़ी क्षेत्र के उप महानगर प्रमुख प्रवीण सालवे ने कमिश्नर को 100 से अधिक आपत्तियां सौंपी। जारी सभी नोटिसों को जलाकर शिवसेना की ओर से विरोध किया गया। इस मौके पर सभी 11 गांवों के प्रमुख नागरिकों के साथ सहसंपर्क प्रमुख महेश मिस्तरी, हिलाल माळी, शिवसेना जिला प्रमुख अतुल सोनवणे, किरण जोंधळे, भगवान करनकाल, शरद पाटील, धीरज पाटील, डॉ. सुशील महाजन, राजेश पटवारी, देविदास लोणारी, ललित माली, नितीन शिरसाठ, गुलाब माळी, भरत मोरे के साथ कई नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।