- मोदी पर जरांगे को नहीं भरोसा
- जरांगे बोले, आरक्षण हमारा हक
- हाथ फैलाने की जरूरत नहीं
नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई: मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल आरक्षण के लिए जिद पर अड़े हैं। मुंबई पर मंडराता नया संकट टलता नहीं दिख रहा है। अब तक राज्य की महायुति सरकार के नेताओं मंत्रियों को ललकारने वाले जरांगे पाटिल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशान साधा है। मोदी के सोलापुर दौरे से पहले मोदी को लेकर जरांगे का बयान सामने आया है। अब ये आशंका बढ़ गई है कि 20 जनवरी से उनका प्रस्तावित आंदोलन मुंबईकरों के लिए मुसीबतों का सबब बनकर ही रहेगा। मोदी को लेकर अपने बयान में पाटिल ने कहा कि वो मोदी के आगे हाथ नहीं फैलाएंगे।
लड़कर लेंगे आरक्षण, नहीं फैलाएंगे हाथ
बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे पाटिल अब तक कई बार राज्य की महायुति सरकार में सीएम एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस एवं खासकर अजित पवार व छगन भुजबल पर तीखी टिप्पणी कर चुके हैं। लेकिन बुधवार को उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधकर सभी को चौंका दिया। जरांगे ने कहा कि मराठों को प्रधानमंत्री मोदी से भी कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए, इसलिए मोदी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है। इसी के साथ उन्होंने ये ऐलान भी कर दिया कि हम लड़ कर आरक्षण लेंगे।
19 से पीएम को सोलापुर दौरा
गौरतलब हो कि जरांगे ने 20 जनवरी से अंतरावली से मुंबई के लिए कूच का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि इस बार उनके आंदोलन में मुंबई में 3 करोड़ मराठा, 20 लाख वाहनों के साथ मुंबई पहुंचेंगे। लेकिन इससे एक दिन पहले यानी 19 जनवरी को पीएम मोदी सोलापुर जिले का दौरा करने वाले हैं और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस दौरे पर पीएम मराठा आरक्षण को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं, जरांगे पाटिल ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री से भी अब कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि हमने शिरडी यात्रा के दौरान उनसे अपील की थी कि आप आम लोगों के नेता हैं, आपको राज्य सरकार को आदेश देना चाहिए। लेकिन जिन्हें आम लोगों की जरूरत नहीं है, उनसे उम्मीद करने की क्या जरूरत है? हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है, हम लड़ रहे हैं, आरक्षण मिलेगा ही।
मराठों से जरांगे की अपील
मुंबई आंदोलन की पृष्ठभूमि में मनोज जरांगे ने मराठा प्रदर्शनकारियों को कुछ निर्देश दिए और ये अपील भी की कि मुंबई दौरे के दौरान प्रदर्शनकारियों के लिए जगह-जगह पानी और खाने के स्टॉल लगाने चाहिए। साथ ही अहमदनगर, पुणे जिले के मराठा भाइयों को सभी मतभेद भुलाकर एकजुट होना चाहिए। उन्हें अपने दम पर मैदान पर उतरना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह हमारा अंतिम निर्णय है। हम 20 जनवरी को मुंबई के लिए निकलेंगे। आरक्षण मिला तो गुलाल उड़ाएंगे, ऐसा जरांगे ने कहा।
रची जा रही है साजिश
अपने खिलाफ साजिश रचे जाने का आरोप लगाते हुए जरांगे पाटिल ने कहा कि हमें मुंबई जाने का कोई शौक नहीं है। मुंबई में भी हमारे ही भाई रहते हैं. उन्हें कुछ दिनों तक परेशानी सहनी पड़ेगी। लेकिन सरकार बेवजह मुंबईकरों की परेशानी बढ़ाने का काम कर रही है। सरकार में शामिल हमारे कुछ लोग भी छिप कर हमारा विरोध कर रहे हैं। उनके नाम भी हम सार्वजनिक करेंगे। उन्होंने ऐसे लोगों से समाज के खिलाफ जाकर पाप का भागी नहीं बनने की अपील की। ये लोग गरीब मराठों के बच्चों को बड़ा नहीं बनने देना चाहते हैं। इसलिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। धोखो होगा फिर भी कोई डर नहीं है। नोटिसों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. ऐसा जरांगे पाटिल ने कहा।