Purushottam Khedekar, Maratha reservation
मराठा आरक्षण

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मुंबई: मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) को लेकर नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे। मराठा सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष पुरुषोत्तम खेडेकर (Purushottam Khedekar) ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि आरक्षण नहीं मिला है। मुख्यमंत्री (CM Eknath Shinde) द्वारा मराठा आंदोलनकारियों को जारी किया गया परिपत्र मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का आधिकारिक प्रमाण नहीं है। इसके चलते मराठा समाज को आरक्षण दिया जाना भ्रामक एवं मनगढ़ंत है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर…

आरक्षण भ्रामक 

इस संबंध में विस्तृत जानकारी यह है कि पुरुषोत्तम खेडेकर सेवा संघ की ओर से चल रहे जनसंवाद यात्रा के अवसर पर वर्धा आये थे। इस मौके पर खेड़ेकर ने पत्रकारों से बातचीत की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए खेडकर ने सरकार के मराठा आरक्षण के ऐलान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने राय व्यक्त की है कि मराठा आरक्षण की घोषणा भ्रामक है। 

पुरुषोत्तम खेडेकर ने कहा… 

पुरुषोत्तम खेडेकर कहते हैं, “सरकार की ओर से जारी इस सर्कुलर के जरिए 16 फरवरी तक आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं, जिसमें कहा गया है कि रिश्तेदारों को आरक्षण दिया जाएगा या शामिल किया जाएगा। कई आपत्तियां होंगी। यह केवल पितृसत्तात्मक वंशावली है।”

साथ ही, सरकारी अध्यादेश के अनुसार, मराठा आरक्षण केवल रक्त संबंधों पर लागू है। इस परिपत्र में लिहलेल सेगेसोयारे शब्द को विस्तारित न करके केवल वंशावली तक ही सीमित रखा जाएगा। अगर कानून के दायरे में आरक्षण देना है तो केंद्र सरकार को बदलना होगा। इस वजह से मराठा समुदाय के  लोगों पर कोई आरक्षण लागू नहीं होगा। ऐसा खेडकर ने भी कहा।