नई दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिली बड़ी खबर के अनुसार आखिरकार मराठा आरक्षण (Maratah Reservation) के मुद्दे पर राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार (Shinde Goverment) को झुकना पड़ा है। जी हां, शिंदे सरकार ने अब सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे की मांगें मान ली हैं। राज्य में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे की मांगों को महाराष्ट्र सरकार ने मान लिया है। इस लिस्ट में कई मांगें थी जिसपर राज्य सरकार ने अपनी सहमती जताई है।
#WATCH | Navi Mumbai: Maratha reservation activists celebrate after Manoj Jarange Patil announces to end the protests today as the government has accepted their demands pic.twitter.com/V1KxosEHRm
— ANI (@ANI) January 27, 2024
इधर मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं ने मनोज जरांगे पाटिल द्वारा आज विरोध प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा के बाद जश्न मनाया क्योंकि सरकार ने अब उनकी मांगें मान ली हैं। ख़बरों की मानी जाए तो मनोज जरांगे आज सुबह 8 बजे अपना अनशन तोड़ सकते है।ऐसा भी बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थित में मनोज जरांगे अपना अनशन तोड़ेंगे। अनशन तोड़ने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मनोज जरांगे ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर सकते है।
खुद मनोज जरांगे ने इस मामले पर जानकारी दी कि, “मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अच्छा काम किया है। हमारा विरोध अब खत्म हुआ। हमारा अनुरोध स्वीकार कर लिया गया है। हम सरकार का पत्र स्वीकार करेंगे। मैं शनिवार यानी आज मुख्यमंत्री के हाथ से जूस पीऊंगा।”
क्या थी जरांगे की मांगे
जानकारी दें कि मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने कुछ मांगे रखी थी जिसे अब सरकार ने मान लिया है। इस बाबत मनोज जरांगे ने कहा कि, “सरकार का मानना है 37 लाख लोगों को प्रमाणपत्र दिया गया है। प्रमाण पत्र किसे दिया है उसकी जानकारी मांगी है। शिंदे समिति को अभिलेख ढूंढने समय बढ़ाया जाए, और इसे एक साल तक बढ़ाया जाए।”
उन्होंने आगे कहा कि, “अभिलेख मिलने पर सभी संगे-संबंधियों को प्रमाण पत्र दिया जाए। सगे संबंधियों को लेकर एक खास अध्यादेश निकाला जाए।” जरांगे ने यह भी मांग रखी है कि, अंतरावली सहित महाराष्ट्र के सभी मामले जो दर्ज है उसे अब वापस लिया जाए। हमें आश्वासन दिया गया है केस वापस लिया जाएगा, उस सरकारी आदेश का पत्र हमे दिखाया जाए।”
Navi Mumbai, Maharashtra: Maratha Reservation activist Manoj Jarange Patil says, “Chief Minister Eknath Shinde has done a good job. Our protest is now over. Our request has been accepted. We will accept the letter from him. I will drink juice by the hands of the Chief Minister… pic.twitter.com/TAhS6ZANKj
— ANI (@ANI) January 26, 2024
उन्होंने आगे कहा कि, “अगर घर के एक व्यक्ति का अभिलेख मिलता है तो घर के अन्य सदस्य को फिर अर्ज करना चाहिए। 100% आरक्षण मिलने तक मराठाओं को मुफ्त में शिक्षा दीजिए। सरकारी भर्तियां हमारे लिए जगह रिजर्व कीजिए, यह हमारी मांग थी, जिसे अब सरकार ने माना है।”
जानकारी दें कि, बीते शुक्रवार 26 जनवरी को जरांगे ने घोषणा की थी कि अगर सरकार ने आज रात तक उनकी मांगें पूरी नहीं की तो वह आज यानी शनिवार को मुंबई की ओर कूच शुरू करेंगे और भूख हड़ताल पर बैठेंगे। फिलहाल जरांगे हजारों समर्थकों के साथ पड़ोस के नवी मुंबई में अपना डेरा डाले हुए हैं।